कर्मचारियों में उच्च कोलेस्ट्रॉल: खतरे की पहचान और निवारण के उपाय
हाई कोलस्ट्रॉल एक गंभीर मेडिकल कंडीशन है जो दिल को कमजोर करने और स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ाने का काम करता है. हाई कोलेस्ट्रॉल तब होता है जब खुन में कोलेस्ट्रॉल नामक एक वसायुक्त पदार्थ बहुत अधिक होता है. यह मुख्य रूप से वसायुक्त भोजन खाने, पर्याप्त व्यायाम न करने, अधिक वजन, धूम्रपान और शराब पीने के कारण होता है.
हाल ही में HCL हेल्थकेयर द्वारा किए गए एक स्टडी में चिंताजनक खुलासा हुआ है. इसके अनुसार, सूचना प्रौद्योगिकी (IT) क्षेत्र में काम करने वाले 40 से कम उम्र के 61% आईटी पेशेवरों में उच्च कोलेस्ट्रॉल का स्तर पाया गया. इस अध्ययन का उद्देश्य भारत के कॉर्पोरेट स्पेक्ट्रम में निवारक देखभाल की बढ़ती आवश्यकता को हाइलाइट करना था.
क्या है हाई कोलेस्ट्रॉल का कारण
हाई कोलेस्ट्रॉल हार्ट डिजीज जैसी गंभीर बीमारियों का एक प्रमुख जोखिम कारक है. आईटी कर्मचारियों में इसके बढ़ते मामले का कारण लंबे समय तक बैठे रहना, अस्वस्थ खान-पान की आदतों और व्यायाम की कमी हो सकती है.
इन बीमारियों के भी मरीज मिलें
हाई कोलेस्ट्रॉल के अलावा IT कंपनी में काम करने वाले लोगो में मोटापा (लगभग 22%), प्री-डायबिटीज (17%), हाइपोथायरायडिज्म और एनीमिया (11% प्रत्येक), डायबिटीज (7%) के भी मामले मिले हैं.
आईटी कर्मचारियों सेहत में सुधार के लिए करें ये काम
अध्ययन के निष्कर्ष इस बात को रेखांकित करते हैं कि आईटी पेशेवरों को अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता है. इसके लिए नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और पर्याप्त नींद लेना महत्वपूर्ण है. साथ ही, काम के दौरान नियमित रूप से उठने-बैठने और थोड़े-थोड़े अंतराल पर चलने-फिरने की आदत डालना भी जरूरी है.