शरीर में कील चुभोकर 50 फीट की ऊंचाई पर घूम शिव की अराधना… ऐसे होती है ‘चड़क पूजा’…
इम्पैक्ट डेस्क. मूलवासियों के प्रमुख त्योहारों में से एक चड़क पूजा की शुरुआत 13 अप्रैल को हो रही है। 13 को संजोत (नहाय खाय), भोगतिया स्नान, पूजा और पुष्पांजलि के साथ भोक्ता व्रत का संकल्प लेंगे। पूजा को लेकर सभी पूजा कमेटियों की तैयारी अंतिम चरण में है। भेलाटांड़, मनईटांड़ और धोखरा में भोक्ता मेला का आयोजन होगा। सरायढेला शिव मंदिर कमेटी चड़क का आयोजन करती है। अद्भुत होता है ढाक शुद्धि अनुष्ठानभेलाटांड़ चड़क पूजा समिति के शक्ति महतो ने बताया कि 14 अप्रैल को चौका उपवास रहेगा अर्थात चूल्हा
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