मानसून की दस्तक से पहले समितियों में पहुँचा खाद-बीज का स्टॉक, किसानों के लिए 45 करोड़ कर्ज का प्रावधान…
इम्पेक्ट न्यूज. बीजापुर।
जिले में मानसून की दस्तक से पहले खरीफ फसल की तैयारियां शुरू कर दी गई है। प्रमाणित धान बीज और फसलों के लिए उर्वरकों का भण्डारण किया जा चुका है।
कृषि विभाग के उप संचालक ने बताया कि जिले में मुख्य फसल धान है, जो खरीफ सीजन में बोई जाती है। करीब 63 हजार 379 हैक्टेयर पर इसकी पैदावार होती है। धान के बाद दलहनी फसलें ली जाती है मगर बहुत सीमित इलाकों में।
जिसमें उड़द, मूंग, कुलथी शामिल है। धान की उच्च पैदावार को ध्यान में रखकर एमटी 1001, बम्बलेश्वरी, एचएमटी समेत पांच से छह वैरायटी के प्रमाणित बीज उपलब्ध है। 7841 क्विंटल बीज भंडारित किए गए हैं।
समय पर उवर्रकों की मांग की पूर्ति के लिए 1377 मिटिक टन खाद का वितरण 15 समितियों में किया गया है। बीज का भंडारण पर्याप्त मात्रा में किया गया है तथा वितरण भी सुचारू रूप से चल रहा है।
कृषि संबंधी गतिविधियों में छूट मिलने के कारण जिले में लॉकडाउन की अवधि में भी कृषकों द्वारा कृषि संबंधी कार्य समय पर किया जा रहा है।
सहकारी समितियों में यूरिया, डीएपी, पोटाश , इफको व सुपरफॉस्फेट इत्यादि उवर्रकों का भण्डारण तथ वितरण चालू है। कृषि विभाग द्वारा कृषकों की खाद बीज की उपलब्धता तथा कृषि संबंधी समस्याओं का निराकरण के लिए उपसंचालक कृषि कार्यालय में सहायता केंद्र भी प्रारंभ किया गया है।
वही टिड्डी दल के संभावित प्रकोप को देखते हुए निगरानी दल का गठन भी किया गया है। जो लगातार सीमावर्ती क्षेत्र में प्रचार-प्रसार के माध्यमों से कृषकों को टिड्डी से बचाव के संबंध में जानकारी भी दे रहा है।
वही किसानों को वित्तीय सहयोग देने 45 करोड़ कर्ज का प्रावधान किया गया है। सहकारी बैंक के हवाले से बताया गया कि जिले में 11450 किसान पंजीकृत है। कर्ज देने की प्रक्रिया भी आरंभ हो चुकी है। अब तक 3503 प्रकरण को स्वीकृति दी गई है। गत वर्ष जिले के 7857 किसानों ने कर्ज लिया था।