महाशिवरात्रि पर पूजा करने के लिए दिल्ली समेत देश के विभिन्न हिस्सों में मंदिरों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े
नई दिल्ली
महाशिवरात्रि पर शुक्रवार को पूजा करने के लिए दिल्ली समेत देश के विभिन्न हिस्सों में मंदिरों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े। कई जगहों पर सुबह से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं की कतारें लगी रहीं। दिल्ली के कई मंदिरों में लोग सुबह से ही शिवालयों के बाहर नजर आए। पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में भी श्रद्धालुओं का उत्साह देखने को मिला। वे भगवान शिव को दूध और फल-फूल चढ़ाने के लिए लंबी कतारों में खड़े होकर इंतजार कर रहे थे। इस अवसर पर, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं और अपनी पत्नी गुरप्रीत कौर के साथ मोहाली में एक शिव मंदिर में माथा टेका। उन्होंने कहा, ‘‘यह शुभ अवसर हम सभी में प्रेम, स्नेह, सौहार्द और भाईचारे के महान विचारों को प्रेरित करे।''
पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित ने भी लोगों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि महाशिवरात्रि भगवान शिव के लाखों भक्तों के लिए सबसे शुभ और महत्वपूर्ण आध्यात्मिक त्योहार है और यह दिन उत्साह और भक्ति के साथ मनाया जाता है। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘भगवान शिव सभी को आध्यात्मिक विकास और आंतरिक शांति का आशीर्वाद दें। आइए भगवान शिव की दिव्य ऊर्जा को आत्मसात करके अंधेरे और अज्ञानता को दूर करें।''
महाराष्ट्र के नासिक जिले के प्रसिद्ध त्र्यंबकेश्वर मंदिर और अन्य मंदिरों में भगवान शिव के दर्शन करने के लिए हजारों भक्त उमड़े। मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्र ‘ओम नमः शिवाय', ‘हर हर महादेव' और ‘जय भोलेनाथ' के उद्घोष से गूंज उठे। देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक त्र्यंबकेश्वर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। श्रद्धालु कपालेश्वर, सोमेश्वर, तेलभांडेश्वर, भगवान बाणेश्वर और नरोशंकर मंदिरों में भी पहुंचे। लोगों ने रामकुंड और तीर्थराज कुशावर्त में पवित्र डुबकी लगाई। अधिकारियों ने कहा कि भीड़ प्रबंधन के लिए समुचित व्यवस्था की गई है।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस और महाशिवरात्रि के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) द्वारा जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि रेड्डी ने भगवान शिव से तेलंगाना के लोगों को शांति और समृद्धि प्रदान करने की प्रार्थना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिवरात्रि श्रद्धालुओं द्वारा उपवास, अनुष्ठान, जप और ध्यान के साथ मनाई जाती है और आशा है कि भगवान शिव इस शुभ दिन पर आशीर्वाद बरसाएंगे। केरल में भी पारंपरिक उत्साह और उमंग के साथ महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया गया। विशेष अनुष्ठानों में भाग लेने के लिए बड़ी संख्या में सभी उम्र के श्रद्धालु भगवान शिव के मंदिरों में पहुंचे।
सुबह से ही तिरुवनंतपुरम के श्रीकंदेश्वरम महादेव मंदिर, त्रिशूर में वडक्कुनाथन मंदिर, अलुवा महादेव मंदिर और वैकोम में महादेव मंदिर सहित कई प्रसिद्ध मंदिरों के सामने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। राज्य में कई प्रमुख मंदिरों का प्रबंधन करने वाले देवस्वओम बोर्ड ने श्रद्धालुओं के लिए सुचारू दर्शन सुनिश्चित करने को लेकर शिव मंदिरों में उपयुक्त व्यवस्था की थी। एर्णाकुलम के अलुवा में पेरियार नदी के तट पर ‘बालिथरप्पनम' की व्यवस्था की गई है। इस अनुष्ठान में लोग अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि देते हैं।