17 महीने बाद लगी 6वीं, 7वीं, 9वीं और 11वीं की कक्षाएं…
Impact desk.
कोरोना काल में 17 महीने बाद गुरुवार से 6वीं, 7वीं, 9वीं और 11वीं की कक्षाएं भी लगने लगी हैं। राज्य सरकार ने इसके लिए एक दिन पहले ही आदेश जारी किया था। आदेश की जानकारी सभी स्कूलों में तय समय पर नहीं पहुंच पाने से कुछ स्कूलों में मिडिल स्कूल के बच्चे नहीं पहुंच पाए। राजधानी के स्कूलों में बच्चों में भारी उत्साह देखने को मिला।
मध्यान-भोजन के लिए भी महिला स्व-सहायता समूह और एजेंसियों को सचेत किया गया था। कोरोना प्रोटोकॉल के तहत बच्चों के लिए यहां भोजन तैयार कराया गया । गौरतलब है कि जिन जिलों में पॉजिटिविटी दर एक प्रतिशत से कम है, उन जगहों पर ग्राम पंचायत के सरपंच और नगर निगम इलाके पार्षद की अनुशंसा पर ही स्कूल खोले जाने हैं। पहले दिन शहर के मिडिल स्कूलों में बच्चे स्कूल पहुंचे हैं।
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने दो अगस्त को 6वीं, 7वीं, 9वीं और 11वीं की कक्षाएं छोड़कर बाकी पहली से पांचवीं, आठवीं, 10वीं और 12वीं बोर्ड के बच्चों की पढ़ाई शुरू कर करवा दी थी। कुछ स्कूलों में बच्चे शत-प्रतिशत आ रहे हैं वहीं निजी स्कूलों में अभी भी ऑनलाइन ही कक्षाएं चल रही हैं। राज्य सरकार ने कोरोना मरीजों के गिरते आंकड़ों को देखते हुए एक बार फिर सभी कक्षाओं के बच्चों के लिए स्कूल खोलने का निर्णय लिया है।
आदेश की शर्तों के अनुसार यह कक्षाएं उन्हीं जिलों में प्रारंभ की जाएगी, जिनमें कोरोना की पॉजिटिविटी दर 7 दिनों तक 1 प्रतिशत से कम रही हो। विद्यार्थियों को ऑनलाइन कक्षाओं में एक दिवस के अंतर पर बुलाया जाएगा, अर्थात प्रतिदिन केवल आधी संख्या में ही विद्यार्थी बुलाए जाएंगे। किसी भी विद्यार्थी को यदि सर्दी, खांसी, बुखार आदि होगा तो उसे कक्षा में नहीं बैठाया जाएगा।