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अजब दंतेवाड़ा की गजब कहानी : बिंजाम माहरापारा सड़क भी बना दी कहीं और… ऐसी जगह खत्म की, जहां बसाहट ही नहीं!

बिंजाम से माहरापारा बनने वाली सड़क को बना दिया सियानार से माहरापारा के बीच
थम नहीं रहे पीएमजीएसवाय के फर्जीवाड़े, इस सड़क की भी होगी जांच…

अभिषेक भदौरिया। दंतेवाड़ा।

दंतेवाड़ा जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना विभाग के फर्जीवाड़े एक के बाद एक सामने आने लगे हैं। हाल ही में ‘नवभारत’ ने कोर नेटवर्क से बाहर बनाई गयी कंवलनार से झिरका सड़क की गड़बड़ियां प्रकाशित की थी। इस मामले की जांच अभी शुरू भी नहीं हुई कि एक और ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां सड़क को कार्यस्थल को छोड़ अन्यत्र बनाया गया है। ये कारनामा ठेकेदार योगेश जायसवाल ने नहीं बल्कि सोनी कंस्ट्रक्शन भिलाई ने किया है।

वर्ष 2018-19 में बिंजाम से माहरापारा सड़क निर्माण की स्वीकृति मिली थी। इसका टेंडर सपनेश कुमार सोनी, सोनी कंस्ट्रक्शन भिलाई को मिला। इस कार्य के लिये सोनी कंस्ट्रक्शन को 20 दिसंबर 2019 को वर्क ऑर्डर जारी किया गया। यहां 88.79 लाख रुपए की लागत से 1.66 किलोमीटर की सड़क बनानी थी। अनुबंध के अनुसार इस फर्म को 19 दिसंबर 2020 को कार्य पूरा करना था। सोनी कंस्ट्रक्शन ने उस जगह पर कार्य नहीं किया, जहां करना तय था।

बिंजाम से माहरापारा तक बनने वाली इस सड़क को ठेकेदार ने सियानार से माहरापारा के बीच बना दिया। बता दें कि सियानार में भी एक माहरापारा है और वहां पहले से पंचायत की एक मिट्टी मुरूम की सड़क बनी हुई थी। इस कार्य को कार्यस्थल पर ही दिखाने के लिये सपनेश नं यहां माइलस्टोन में भी गड़बड़ी की। सियानार में बिंजाम शून्य का माईलस्टोन गाड़कर इस फर्जीवाड़े को अंजाम दिया गया। इसके बाद जिस जगह पर कार्य समाप्त होता वहां एक माइलस्टोन लगाकर उसे माहरापारा दिखाया, जबकि इसे बिंजाम से माहरापारा के बीच बनाना था। उस दौरान विभाग के ईई संतोष नाग थे।

बिंजाम और सियानार अलग अलग पंचायत बिंजाम अलग पंचायत है और सियानार किसी अन्य पंचायत का आश्रित ग्राम है। सियानार बड़े सुरोखी का आश्रित ग्राम है। यानी ठेकेदार ने कार्य करने के लिये पंचायत ही बदल डाली। दिलचस्प बात ये भी है कि इसके लिये ठेकेदार ने बिंजाम के उस जगह पर विभागीय अधिकारियों के साथ सर्वे किया जहां से काम शुरू किया जाना था, लेकिन सर्वे के बाद ठेकेदार ने बिंजाम के बजाए सियानार से काम शुरू किया।

खेत और खाई पर जाकर खत्म होती है सड़क
ठेकेदार ने कार्य की शुरुआत बिंजाम के बजाय सियानार से की, लेकिन सड़क उस जगह खत्म होती है, जहां कोई बसाहट ही नहीं है। सोनी का ये काम एक खेत में खत्म होता है, इसके आगे खेत और गहरी खाई है। यानी सड़क जहां खत्म होती वहां से आज तक किसी ने न तो अपनी गाड़ी चलाई होगी और न ही पैदल आवागमन किया होगा।

लंबाई में भी की कटौती
इस सड़क की लंबाई 1.66 किलोमीटर है, लेकिन सोनी कंस्ट्रक्शन ने केवल 1.30 किलोमीटर ही सड़क का निर्माण किया और 1.30 किलोमीटर लंबी इस सड़क में बीच में ग्राम पंचायत द्वारा बनायी गयी 100 मीटर की सीसी सड़क भी है। मतलब सोनी ने केवल 1.20 किमी ही सड़क बनाई लेकिन विभागीय अधिकारियों से सांठगांठ कर सड़क को 1.66 किमी लंबी दिखाकर 88.78 लाख रुपए का आहरण भी कर लिया। सड़क के पास लगाए साइन बोर्ड में भी कार्य की लंबाई 1.66 किलोमीटर ही दर्शाई गई है।

अब ये सड़क भी आ सकती है जांच के दायरे में
इधर इस संबंध में विभागीय अधिकारियों का पक्ष जानने उनसे फोन पर संपर्क करना चाहा पर अफसरों ने फोन रिसीव नहीं किया। एसई अमित गुलहरे और ईई दामोदर सिदार ने फोन रिसीव नहीं करने की वजह से उनका पक्ष प्रकाशित नहीं किया जा सका है। वहीं ईएनसी श्री कटारे ने पूर्व में ही कहा था कि जिन सड़कों में गड़बड़ी की शिकायत मिलेगी जांच की जायेगी। ऐसे में माना जा सकता है कि ये सड़क भी अब जांच के दायरे में आ जायेगी।