बस्तर के सातों विकासखण्डों में 445 क्वारेंटाईन सेंटर… सभी जोन से आने वाले व्यक्तियों का हो रहा स्वास्थ्य परिक्षण…
इम्पेक्ट न्यूज. जगदलपुर।
लाॅकडाउन के दौरान बस्तर जिले में बाहर से आने वाले व्यक्तियों के लिए जिला प्रशासन द्वारा सातों विकासखण्डों सहित नगर निगम और नगर पंचायत बस्तर में कुल 445 क्वारेंटाईन सेंटर बनाये गए ग्रामों में बनाये गए क्वारेंटाईन सेंटरों में जनपद दरभा के 49 क्वारेंटाईन सेंटर में 482, जनपद बास्तानार के 37 क्वारेंटाईन सेंटर में 147, जनपद लोहण्डीगुड़ा के 40 क्वारेंटाईन सेंटर में 320, जगदलपुर के 72 क्वारेंटाईन सेंटर में 46, जनपद तोकापाल के 29 क्वारेंटाईन सेंटर में 50, जनपद बकावंड के 130 क्वारेंटाईन सेंटर में 160, जनपद बस्तर के 88 क्वारेंटाईन सेंटर में 178 लोगों सहित 1314 व्यक्तियों क्वारेंटाईन सेंटर में तथा 69 लोग को होम क्वारेंटाईन में रूकवाया गया है। जिले के सीमा चौकी में ग्रीन, औरेंज और रेड जोन से आने वाले व्यक्तियों की पहचान कर रेड जोन से आने वाले को विशेष निगरानी में रखा जा रहा है।
प्रशासन द्वारा सभी व्यक्तियों का स्वास्थ्य परिक्षण करवाया जा रहा है। स्वास्थ्य परिक्षण उपरान्त ग्रीन-औरेंज जोन से आने वाले व्यक्तियों को ग्राम स्तर के क्वारेंटाईन सेंटर में रूकवाया जा रहा है और रेड जोन से आने वाले व्यक्तियों को सीमा चौकी संबंधित जनपद के द्वारा चिन्हाकित आश्रम शाला के छात्रावास में रूकवाया जा रहा है।
क्वारेंटाईन सेंटर में रूके हुए व्यक्तियों को राशन और दैनिक उपयोग की वस्तुएं भी दी जा रही है।
बस्तर जिले में अधिकांश मजदूर तेलंगाना स्टेस से वापस आ रहे हैं। जिला में स्थापित विभिन्न कारखानों में कार्यरत मजदूर जो अन्य राज्यों या जिलों के निवासी हैं, जाने के लिए इच्छुक मजदूरों हेतु संबंधित राज्यों और जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित कर बस्तर जिला प्रशासन द्वारा परिवहन की व्यवस्था करते हुए रवाना किया गया।
प्रशासन के द्वारा परिवहन पास की व्यवस्था करने के उपरान्त कुछ मजदूर स्वयं के खर्च से वाहन किराए कर अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गए।
बस्तर जिले में लगभग 6 हजार 200 मजदूर की वापसी का संभावना प्रशासन के द्वारा किया गया है। इन मजदूरों के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर क्वारेंटाईन सेंटर बनाए गए हैं।
इन सेन्टरों में सभी जरूरी व्यवस्थाएं राशन, पानी, बिजली, शौचालय आदि की गई है। रूकने वाले व्यक्तियों की सहायता एवं सुरक्षा हेतु चौबीसों घंटे अधिकारियों और कर्मचारियों की पालियों में डयूटी लगायी गई है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमले को भी तैनात किया गया है।
ग्रामीणों को भी बाहर से आने वाले व्यक्तियों के संबंध में जानकारी देने हेतु जागरूक किया गया है। जिला प्रशासन द्वारा जिला मुख्यालय में स्थित एक होटल को पेएड क्वारेंटाईन सेंटर बनाने हेतु आयुक्त नगर पालिक निगम को निर्देशित किए है।
जिसमें सक्षम व्यक्ति स्वयं के खर्चे पर 14 दिन के क्वारेंटाईन समय अवधि में विशेष सुविधाओं के साथ रह सकता है।