प्रदेश में हरी सब्जियों की दामों में आई गिरावट, टमाटर, आलू, हरा मटर समेत कई सब्जियों के दामों में आई कमी
इंदौर
बेलगाम भागते सब्जियों के दामों पर अब लगाम कसनी शुरू हो गई है. मध्य प्रदेश के कई प्रमुख शहरों में सब्जियों के दामों में बड़ी गिरावट देखने मिल रही है. सब्जियों के दामों में कमी आम आदमी के लिए राहत लेकर आ रही है. पिछले 15 दिनों से इंदौर सब्जी मंडी में सब्जियों के भाव में गिरावट देखी जा रही है. ऐसा ही ट्रेंड मध्य प्रदेश के जबलपुर, ग्वालियर, रीवा, उज्जैन आदि जिलों में देखा जा रहा है. माना जा रहा है कि मार्च के अंत तक सब्जियों के दामों में ऐसी ही गिरावट देखी जाएगी.
15 दिनों से गिर रहा सब्जियों का रेट
इंदौर सहित मालवा के आसपास के क्षेत्रों से भारी मात्रा में हरी सब्जियां आती हैं लेकिन पिछले 15 दिनों से भाव में काफी गिरावट देखी जा रही है. इंदौर के सब्जी कारोबारी मनोज जोशी ने बताया, '' एक से डेढ़ महीने पहले हरा बटरा (हरा मटर) 50 रु प्रति किलो बिक रहा था, उसकी कीमत आज थोक मंडी में 15 रु किलो और रीटेल में 25 रु किलो बिक रहा है. इसी तरह से लंबे समय तक 50 से 100 रु प्रति किलो के बीच बिकने वाला टमाटर 10, 15 और 25 रु प्रति किलो के भाव में बिक रहा है.
आलू-भिंडी ने भी दी राहत, बढ़ेगा जायका
सब्जी कारोबारी मनोज जोशी ने आगे बताया, '' गिलकी जो तकरीबन 60-70 रुपए प्रति किलो बिक रही थी, उसके दाम में अचानक कमी आई है. गिलकी अब 25 से 30 रुपए प्रति किलो बिक रही हैय वहीं भिंडी, लौकी, बैगन के साथ हरी सब्जी-भाजी भी सस्ती हो गई हैं. सब्जियों का राजा आलू भी महज 15 से 20 रु प्रति किलो पर आ गया है.''
अचानक क्यों घटे सब्जियों के दाम?
सब्जी कारोबारी राजेंद्र कुमार रखबचंद्र जैन कहते हैं, '' किसान गर्मी के दिनों में अपने खेतों की सफाई करते हैं, जिसके चलते वह अपने खेतों में उगने वाली हरी सब्जी व अन्य अनाज पूरी तरह से बाजार में बेच देते हैं. इस कारण बाजार में सब्जियों की आवाक तेज हो जाती है, जिसके असर से दामों में कमी आई है. फिलहाल कुछ दिनों तक लोगों को ये राहत मिलेगी. मार्च तक जब किसान पूरी तरह से खेतों की सफाई कर लेंगे तब सब्जियों के दामों में फिर बढ़ोतरी देखने मिलेगी. मार्च के अंत में ऐसा देखने मिल सकता है.''