रेलवे द्वारा वंदे भारत एक्सप्रेस को अलग-अलग रूटों पर चलाने की तैयारी की जा रही, वाराणसी-हावड़ा के बीच वंदे भारत जल्द
नई दिल्ली
देश की सबसे लोकप्रिय ट्रेन वंदे भारत के हजारों लोग दीवाने हैं। वंदे भारत को लेकर लोगों की इच्छा है कि यह ट्रेन उनके भी शहर से गुजरे ताकी उन्हें भी वंदे भारत की यात्रा सुलभ हो सके। रेलवे द्वारा वंदे भारत एक्सप्रेस को अलग-अलग रूटों पर चलाने की तैयारी की जा रही है। रेलवे जल्द ही लंबी दूरी की वंदे भारत में स्लीपर क्लास की व्यवस्था करने जा रहा है, जिसके लिए तैयारियां चल रही हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो लोकप्रिय रूट वाराणसी-हावड़ा के बीच वंदे भारत को चलाने के लिए प्लान तैयार किया जा चुका है। इस रूट पर वंदे भारत ट्रेन के ऐलान की जल्द उम्मीद है।
इन रूटों पर सफल है वंदे भारत
वाराणसी से चलने वाली पहली वंदे भारत पहले से ही यात्रियों के बीच काफी लोकप्रिय है। 100-130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हाई-स्पीड ट्रेन नई दिल्ली से वाराणसी के बीच की दूरी तय करती है। वहीं रेल मंत्रालय के 'मिशन रफ्तार' के तहत बंगाल में नई सेमी-हाई स्पीड ट्रेनों को लाने का प्लान तैयार किया था। इस मिशन के तहत हावड़ा-पुरी, हावड़ा-पटना और हावड़ा-रांची रूटों को शामिल किया गया था। अब इन रूटों पर वंदे भारत ट्रेन सफलता पूर्वक चल रहीं हैं।
रिपोर्ट्स की मानें तो हावड़ा-वाराणसी खंड पर वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की व्यवस्था का भी अध्ययन किया जा रहा है। वंदे भारत की 160 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति से इन रूटों पर चल पाए इसके लिए विचार चल रहा है। इस रूट पर वंदे भारत चलाने को लेकर लेकर बीते साल जुलाई में रेलवे अधिकारियों ने कहा, "हमें ट्रैक के दोनों किनारों पर बाड़ लगाने के लिए राज्य सरकार के सहयोग की आवश्यकता है।" अधिकारियों ने कहा कि जब तक पूरे ट्रैक से अतिक्रमण नहीं हटाया जाता, ट्रेन 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से नहीं चल सकती।
हालिया रिपोर्ट की मानें तो 2023 में वाराणसी-हावड़ा वंदे भारत ट्रेन का प्रस्ताव तैयार कर रेलवे बोर्ड को भेजा गया है। मार्ग का सर्वेक्षण पूरा होने और रेल मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद, वाराणसी-हावड़ा वंदे भारत सेवाओं की शुरुआत की घोषणा जल्द ही होने की उम्मीद है।