एक या दो नहीं… 27 हीरा कंपनियों के खाते हुए फ्रीज… आखिर ऐसा क्या हो गया?…
इम्पैक्ट डेस्क.
सूरत. गुजरात के सूरत की 27 हीरा कंपनियों के खाते सीज कर दिए गए हैं। यह कार्रवाई तेलंगाना और केरल राज्य पुलिस के निर्देशों के बाद की गई है। इन कंपनियों में वे टॉप प्राकृतिक हीरा निर्माता शामिल हैं, जिनके दुनिया भर में ऑफिस हैं। इतना ही नहीं इन हीरा कंपनियों का 10 करोड़ रुपये से अधिक का वार्षिक कारोबार है। हर कंपनी के पास घरेलू और इंटनेशनल दोनों प्रकार के लेनदेन के लिए कम से कम तीन बैंक खाते होते हैं। करीब 20 दिन से खाते फ्रीज हैं। कथित साइबर धोखाधड़ी की जांच के दौरान,तेलंगाना और केरल पुलिस ने पाया कि कुछ आभूषण कंपनियों को संदिग्ध लेनदेन के माध्यम से धन प्राप्त हुआ था, जिसको लेकर यह एक्शन लिया गया है।
विदेशी लेनदेन पर गहराया शक
जीजेईपीसी के निदेशक दिनेश नवदिया ने कहा, ‘पुलिस ने न केवल आभूषण कंपनियों के खाते जब्त कर लिए, बल्कि सभी जुड़े खातों को भी फ्रीज कर दिया। इससे कंपनियों को बड़ी असुविधा हुई है, क्योंकि वे भुगतान करने या पैसे निकालने में असमर्थ हैं। हीरा कारोबारी ने कहा,’मैंने एक कंपनी को कच्चा माल बेचा, जिसका बैंक खाता जब्त कर लिया गया है। चूंकि मेरे खाते में भी उस फर्म से लेनदेन था, इसलिए विदेशी लेनदेन के चलते मेरे चालू और बचत बैंक खाते भी जब्त कर लिए गए। कई कोशिशों के बावजूद हीरा कारोबारी को बैंक की ओर से भी स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया। रोक के आदेश को वापसी का रास्ता निकालने में नाकामी के बाद हीरा कंपनियों ने अब सरकार से संपर्क करने का फैसला किया है।
टेंशन में हीरा कंपनियां
हीरा कंपनियों ने इस मुद्दे पर चिंता जताते हुए रत्न और आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद से संपर्क किया था। हीरा कंपनियां चिंतित हैं क्योंकि न केवल सीधे तौर पर जुड़े खाते ब्लॉक कर दिए गए हैं, बल्कि बाकी जुड़े खाते भी ब्लॉक कर दिए गए हैं। मान लीजिए कि ए का खाता जांच के लिए जब्त कर लिया गया है, पुलिस बाद में बैंक को उस ग्राहक के बी खाते को ब्लॉक करने का निर्देश देती है। हालांकि, अभी तो बी और सी दोनों खातों को ब्लॉक कर दिया गया है। नवदिया ने बताया कि हीरा व्यापारी चिंतित हैं। उन्होंने कहा, ‘ये सभी बड़ी हीरा कंपनियां हैं, जिनके पास वैध कारोबार का लंबा ट्रैक रिकॉर्ड है।