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सांसद सुब्बा रेड्डी ने कहा नायडू की टिप्पणी हिंदुओं की भावनाओं को आघात पहुंचाने वाली… तिरूपति के प्रसादम में नकली घी को लेकर राजनीति तेज…

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बोम्मा रेड्डी। ताडेपल्ली।

वाईवी सुब्बा रेड्डी ने टीटीडी लड्डू प्रसादम पर सीएम नायडू की पूर्व तिरुमला तिरुपति देवस्थानम के पूर्व प्रधान चेयरमैन और वाईएसआर पार्टी सांसद वाईवी सुब्बा रेड्डी ने पवित्र तिरुमाला लड्डू प्रसादम पर हाल ही में की गई टिप्पणियों के लिए मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि नायडू की टिप्पणी बहुत ही अपमान जनक है और इससे दुनिया भर के हिंदुओं की भावनाएं आघात मानसिक चोट पहुंचाई और हिंदू धर्म को नीचा दिखाने का प्रयास किया लाखों लोगों की गरिमा पर आहत हुई हैं।

गुरुवार को पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए सुब्बा रेड्डी ने कहा कि देश का कोई भी राजनीतिक नेता पवित्र लड्डू के बारे में इस तरह का अपमान जनक व्यवहार नहीं कर सकताजो चंद्रबाबू ने नकली धार्मिक बनकर हिंदुओं को आघात पहुंचाने का चेष्टा किया जो क्षमा योग्य नहीं है कहा।

उन्होंने अपनी ईमानदारी साबित आस्था साबित करने के लिए मैं परिवार के साथ मंदिर पहुंचूंगा और चंद्रबाबू को कहा कि तुम भी अपनी परिवार के साथ मंदिर में पहुंचे और वहां माथा टेक कर यह प्रण करेंगे कि मैं सत्य हूं कि सत्य हूंअगर जो सत्य प्रचार किया वह सर्वनाश हो जाएगा यह मेराउसे भगवान के आस्था को पर मैं कह रहा हूं कहावह भी सुब्बा रेड्डी ने ऐसा करने की चुनौती दी जिसका अब तक चंद्रबाबू की ओर से कोई जवाब नहीं है।

सुब्बा रेड्डी ने मांग की कि अगर नायडू अपने आरोपों पर विश्वास करते हैं, तो उन्हें भगवान के चरणों में शपथ लेनी चाहिए। सुब्बारेड्डी ने चेतावनी दी कि वह मानहानि के मुकदमे सहित कानूनी कार्रवाई की तैयारी कर रहे हैं कि इस तरह के बातों को तिरुपति भगवान की प्रतिष्ठा को गिराने का एक बहुत बड़ा प्रयास चंद्र बाबू ने किया।

भक्तों की भावनाओं की रक्षा के लिए जरूरत पड़ने पर सुप्रीम कोर्ट जाने के लिए तैयार हैं। सुब्बारेड्डी ने कहा कि टीटीडी ने 2019 से 2024 तक नैवेद्यम और प्रसादम तैयार करने में उच्चतम मानकों को बनाए रखा और 2019 से पहले की तुलना में गुणवत्ता में भी सुधार किया। उन्होंने नायडू के मिलावट के दावों का खंडन करते हुए स्पष्ट किया कि टीटीडी ने प्रसादम के लिए केवल शुद्ध गाय का घी और जैविक उत्पादों का इस्तेमाल किया जाता है। उन्होंने उल्लेख किया कि वे दानदाताओं के सहयोग से राजस्थान के फतेहपुर में एक डेयरी से प्रतिदिन 60 किलोग्राम घी खरीदते हैं।

इस पर तीन वर्षों में लगभग 10 करोड़ रुपये का खर्च आया, जिसे पूरी तरह से दानदाताओं ने वहन किया। टीटीडी ने राजस्थान और गुजरात से 550 देशी गायों को भी अपनी गोशालाओं में लाया और स्थानीय स्तर पर घी बनाने के लिए एक संयंत्र स्थापित किया। उन्होंने कहा कि लड्डू बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले घी का उपयोग करने से पहले प्रयोगशाला में परीक्षण किया गया था और पिछली सरकार में घटिया घी के दस से अधिक टैंकर खारिज कर दिए गए थे और वापस भेज दिए गए थे।

उन्होंने आगे बताया कि उन्होंने मैसूर स्थित केंद्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान (सीएफटीआरआई) की सहायता से प्रयोगशाला का आधुनिकीकरण किया है। सुब्बारेड्डी ने कहा कि नायडू के आरोप राजनीति से प्रेरित हैं और निजी लाभ के लिए लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि नायडू की गैरजिम्मेदाराना टिप्पणी लाखों भक्तों की भावनाओं अपमान है।

YSRCP ने पिछले साल घी सप्लॉयर बदला था, मिली थी गड़बड़ी
दरअसल पिछले 50 साल से कर्नाटक KMF रियायती दरों पर ट्रस्ट को घी दे रहा था। हर छह महीने में 1400 टन घी मंदिर में लगता है। जुलाई 2023 में कंपनी ने कम रेट में सप्लाई देने से मना कर दिया, जिसके बाद जगन सरकार (YSRCP) ने 5 फर्म को सप्लाई का काम दिया था। इनमें से एक तमिलनाडु के डिंडीगुल स्थित एआर डेयरी फूड्स भी है। जिसके प्रोडक्ट में इसी साल जुलाई में गड़बड़ी मिली थी।

TDP सरकार ने इसी साल जुलाई में घी बेचने वाले को ब्लैक लिस्ट किया
टीडीपी सरकार ने इस साल जून में सीनियर IAS अधिकारी जे श्यामला राव को तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) का नया एक्जीक्यूटिव ऑफिसर अपॉइंट किया था। उन्होंने प्रसादम (लड्डू) की क्वॉलिटी जांच का आदेश दिया। इसके लिए एक कमेटी बनाई। प्रसाद के टेस्ट और क्वॉलिटी को बेहतर बनाने के लिए कमेटी ने कई सुझाव दिए। साथ ही घी की जांच के लिए नेशनल डेयरी डेवलेपमेंट बोर्ड (NDDB), गुजरात में सैंपल भेजे। जुलाई में सामने आई रिपोर्ट में फैट का जिक्र था।

इसके बाद TTD ने तमिलनाडु के डिंडीगुल स्थित एआर डेयरी फूड्स की तरफ से भेजे गए घी के स्टॉक को वापस कर दिया और ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया। इसके बाद TTD ने कर्नाटक मिल्क फेडरेशन से घी खरीदना शुरु कर दिया। पुराने सप्लॉयर से घी 320 रुपये प्रति किलोग्राम के रेट से खरीदा जाता था। जबकि तिरुपति ट्रस्ट अब कर्नाटक कॉपरेटिव मिल्क फेडरेशन (KMF) से 475 रुपये प्रति किलोग्राम के रेट से घी खरीद रहा है।

तिरुपति मंदिर दुनिया के सबसे लोकप्रिय और अमीर धर्मस्थलों में से है। यहां हर दिन करीब 70 हजार श्रद्धालु भगवान वेंकटेश्वर स्वामी के दर्शन करते हैं। इसका प्रशासन तिरुपति तिरुमाला देवस्थानम (TTD) संभालता है।

मंदिर परिसर में बनी 300 साल पुरानी किचन ‘पोटू’ में शुद्ध देसी घी के रोज 3.50 लाख लड्‌डू बनते हैं। यह मंदिर का मुख्य प्रसाद है, जिसे करीब 200 ब्राह्मण बनाते हैं। लड्‌डू में शुद्ध बेसन, बूंदी, चीनी, काजू और शुद्ध घी होता है। ट्रस्ट ने करीब एक लाख लड्‌डू राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के वक्त अयोध्या भेजे थे।