स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना के कम्युनिटी संक्रमण के दावों को किया खारिज, कहा- लोकल ट्रांसमिशन COVID-19 का फेज-3 नहीं
न्यूज डेस्क. नई दिल्ली।
भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 4500 के पार पहुंच गई है। इस महामारी से अब तक 125लोगों की जान भी चली गई है। इस बीच एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने आज एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान कहा है कि देश के कुछ हिस्सों में कोरोना तीसरी स्टेज में पहुंच चुका है। तीसरा स्टेज मतलब कम्युनिटी संक्रमण।
लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव चल अग्रवाल ने इस बात से इनकार किया है कि देश में कोरोना वायरस के कम्युनिटी संक्रमण की शुरुआत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि हम किसी क्षेत्र में लोकल ट्रांसमिशन को कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं कह सकते हैं।
एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने हालांकि यह भी साफ किया था कि देश अभी कोरोना के मामले में दूसरी स्टेज पर ही है। अगर हम इसे रोकने में कामयाब रहे तो यह स्टेज दो पर ही रहेगा। डॉक्टर गुलेरिया ने कहा था कि दुनिया के हिसाब से देखें तो हमारी स्थिति ठीक है। दुनिया में जितने केस आए है उसके मुकाबले हमारे यहां बहुत कम मामले हैं। अब यहां टेस्टिंग ज्यादा हो रही है। उसमें मामले कम निकल रहे हैं, लेकिन चिंता का विषय भी है क्योंकि कई जगह हॉट स्पॉट बन रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कुछ एरिया में कम्युनिटी स्प्रेड हो रहा है, जिसे रोकना होगा। इसके लिए हमें लॉकडाउन को पालन करना होगा और यह तभी हो सकेगा जब हमें हर किसी को घर से निकलने से रोकना होगा।
वहीं, आईसीएमआर के अधिकारी ने बताया कि कोविड-19 के इलाज में हाइड्रॉक्सीक्लोरीक्वीन की प्रभावकारिता के सीमित साक्ष्य हैं, जनता को इसके सेवन का सलाह देने के लिए पर्याप्त प्रमाण नहीं हैं। हॉट-स्पॉट में कोविड-19 की जांच के लिए पांच लाख जांच किट का ऑर्डर दिया गया है।