बर्खास्तगी के बाद भी बेमुद्दत हड़ताल पर डटे NHM के संविदा कर्मी, डॉक्टर समेत 13 पर गिर चुकी है बर्खास्तगी की गाज, बीजापुर में बेहाल हुई स्वास्थ्य सेवाएं
बीजापुर।। नियमितिकरण की मांग पर अड़े एनएचएम कर्मियों की हड़ताल का असर बीजापुर में भी देखने को मिल रहा है। हड़ताल के चलते ग्रामीण इलाकों से लेकर जिला अस्पताल में स्वाथ्यकर्मियों की कमी के चलते व्यवस्था बेपटरी हो चली है। गुरूवार को जिले के हड़ताली एनएचएम कर्मियों ने जिला मुख्यालय स्थित अंग्रेजी मिडियम स्कूल के सामने प्रदर्षन किया। हालांकि प्रदर्षन से पहले हड़ताली एनएचएम कर्मियों की एक बैठक भी हुई, जिसमें कुछ साथियों द्वारा सेवा पर लौटने का मुद्दा गरमाया हुआ था। संगठन स्तर चली लम्बी चर्चा के बाद संगठन के तीन सदस्यों ने सेवा में रहते नैतिक समर्थन देने का ऐलान किया। वही बाकी हड़ताली वापस हड़ताल पर अडिग रहने के निर्णय के साथ हड़ताल पर बैठ गए। वही प्रषासन की तरफ से हड़ताल की अनुमति न देते हुए प्रदर्षन रोकने के आदेष दिए गए।*वीओ।* जिला संगठन के अध्यक्ष रमाकांत पुनेठा पत्रकारों से चर्चा में कहा कि उनकी लड़ाई हक की है। एनएचएम कर्मियों की एकसूत्रीय मांग है नियमितिकरण की। जब तक सरकार गंभीरतापूर्वक मांग पर विचार नहीं करती उनका आंदोलन जारी रहेगा। संगठन के मीडिया प्रभारी डाॅ चंद्र शेखर का कहना था कि हड़ताल कर रहे एनएचएम कर्मियो ंपर सरकार सख्ती दिखा रही है। गुरूवार को जिले के 13 एनएचएम कर्मियों की सेवा से बर्खास्त का आदेष जारी हुआ है, बावजूद सभी साथी अपनी मांग पर अडिग है। वे पीछे नहीं हटेंगे, हालांकि कोरोना संकट के मद्देनजर अति आवष्यक सेवा की स्थिति में वे अवैतनिक सेवा जरूर देंगे, इसका फैसला भी संगठन ने लिया हुआ है।