भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव के चलते देश की ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियों में अलर्ट का माहौल, छुट्टियां रद्द
नई दिल्ली
भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव के चलते देश की ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियों में अलर्ट का माहौल है। हालात को देखते हुए सरकार ने देश की प्रमुख ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियों में सभी कर्मचारियों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी हैं। सभी कर्मचारियों को बिना देरी ड्यूटी पर लौटने का आदेश दिया गया है। आदेश के मुताबिक, कोई भी कर्मचारी छुट्टी पर नहीं रहेगा और सिर्फ आपात स्थिति में ही अवकाश की अनुमति दी जाएगी।
चंद्रपुर और जबलपुर की फैक्ट्रियों में सबसे पहले लागू हुआ आदेश
यह आदेश महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले स्थित ऑर्डिनेंस फैक्ट्री चंदा और मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री खमरिया (OFK) में सबसे पहले लागू किया गया है। दोनों फैक्ट्रियां म्यूनिशंस इंडिया लिमिटेड (MIL) के अंतर्गत आती हैं और रक्षा उत्पादन में अहम भूमिका निभाती हैं। इन फैक्ट्रियों में गोला-बारूद, तोप के गोले, बम और रक्षा से जुड़ी कई सामग्रियों का उत्पादन होता है।
MIL के चेयरमैन के निर्देश पर जारी हुआ सर्कुलर
ऑर्डिनेंस फैक्ट्री चंदा द्वारा जारी किए गए सर्कुलर में स्पष्ट किया गया है कि यह निर्णय MIL के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक के निर्देशों पर लिया गया है। इसमें सभी प्रकार की छुट्टियों को रद्द करते हुए, हर कर्मचारी को तत्काल प्रभाव से ड्यूटी पर लौटने का सख्त निर्देश दिया गया है। आदेश में यह भी जोड़ा गया है कि ड्यूटी से अनुपस्थिति को अनुशासनहीनता माना जाएगा।
जबलपुर OFK में भी शुक्रवार को रद्द हुईं छुट्टियां
मध्यप्रदेश की खमरिया फैक्ट्री (OFK) में शुक्रवार को कर्मचारियों और अधिकारियों की छुट्टियां रद्द की गईं। इस संबंध में OFK के जनसंपर्क अधिकारी अविनाश शंकर ने जानकारी देते हुए बताया कि "इस वित्तीय वर्ष में हमारा उत्पादन लक्ष्य काफी बड़ा है, लेकिन अप्रैल महीने में हम उस स्तर तक नहीं पहुंच पाए। इसलिए मुख्यालय से निर्देश मिले हैं कि सभी छुट्टियां रद्द कर दी जाएं ताकि लक्ष्य की पूर्ति के लिए कार्यबल उपलब्ध रहे।"
4,000 से ज्यादा कर्मचारी कर रहे काम
खमरिया स्थित ऑर्डिनेंस फैक्ट्री म्यूनिशंस इंडिया लिमिटेड की सबसे बड़ी इकाइयों में से एक है जहां लगभग 4,000 कर्मचारी कार्यरत हैं। यहां रक्षा बलों के लिए गोला-बारूद, मिसाइल और तोप के गोले बनाए जाते हैं। तनाव के इस दौर में उत्पादन की गति बनाए रखना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है ताकि यदि जरूरत पड़ी तो देश को किसी प्रकार की आपूर्ति की समस्या न हो।
राष्ट्रीय सुरक्षा की तैयारी में जुटा देश
विशेषज्ञ मानते हैं कि सीमा पर हालात भले नियंत्रण में हों लेकिन किसी भी संभावित आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयारी पहले से जरूरी होती है। रक्षा उत्पादों की समय पर आपूर्ति और स्टॉक बनाए रखने के लिए कर्मचारियों की लगातार मौजूदगी जरूरी मानी जा रही है।
छुट्टी अब सिर्फ आपातकाल में मिलेगी
जारी आदेश में यह साफ कर दिया गया है कि छुट्टियों की अनुमति सिर्फ उन्हीं मामलों में दी जाएगी जो अत्यंत आवश्यक और आपातकालीन हों। सभी कर्मचारियों को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए निष्ठा से काम करने के निर्देश दिए गए हैं। इस फैसले का उद्देश्य न सिर्फ रक्षा तैयारियों को बढ़ावा देना है बल्कि उत्पादन लक्ष्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा करना भी है।