दमोह जिला बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट में फिर पिछड़ा, अब शिक्षकों को देनी होगी परीक्षा, 50 प्रतिशत अंक के साथ पास होना जरूरी
दमोह
दमोह जिला बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट में फिर पिछड़ गया है। इस बार प्रदेश की मेरिट सूची में सबसे अंतिम पायदान पर आया है, जिसके बाद अब कलेक्टर ऐसे शिक्षकों पर शिकंजा कंसने जा रहे हैं, जिन स्कूलों का रिजल्ट 30 प्रतिशत से कम रहा है। अब शिक्षकों को खुद की परीक्षा देनी होगी और 50 प्रतिशत अंकों के साथ पास होना भी जरूरी है। इन शिक्षकों की परीक्षा जून माह में आयोजित होगी जिसके लिए कलेक्टर सुधीर कोचर ने आदेश भी जारी कर दिया है। इसकी तैयारी अभी से चालू हो गई है। पहले चरण में स्कूलों की सूची तैयार की जा रही है। इनमें पढ़ाने वाले शिक्षकों की विषयवार परीक्षा 8 जून को होगी।
बता दें कि कक्षा दसवीं एवं बारहवीं का परीक्षा परिणाम मंगलवार को घोषित किया गया था, जिसमें दमोह जिले का 10वीं और 12वीं का रिजल्ट सबसे अंतिम स्थान यानी 52वें नंबर पर रहा। इससे पहले 2024 में भी यही स्थिति थी। प्रदेश स्तर पर दमोह जिला पिछड़ा था। इस पर अब ऐसे स्कूलों के विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की परीक्षा ली जा रही है, जिनका परीक्षा परिणाम 30 प्रतिशत से कम रहा। इनमें पढ़ाने वाले शिक्षक योग्य हैं कि नहीं इसका आंकलन परीक्षा के माध्यम से होगा। इसका बकायदा सिलेबस तैयार किया जा रहा है और बोर्ड परीक्षा के तर्ज पर शिक्षकों की परीक्षा भी होगी।
इस संबंध में कलेक्टर ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को पत्र जारी कर सूचित किया है।
पत्र में कहा गया है कि हायर सेकेंडरी, हाईस्कूल के परीक्षा परिणाम में अनेक शिक्षकों के परीक्षा परिणाम 30 प्रतिशत से कम आए हैं। ऐसे शिक्षकों की परीक्षा आठ जून को आयोजित की जानी है। परीक्षा में शिक्षक पुस्तक के साथ शामिल हों तथा प्रत्येक शिक्षक को न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक के साथ पास होना आवश्यक है अन्यथा संबंधित के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी।
बैठक में रिजल्ट की समीक्षा होगी
बता दें कि जिले में हायर सेकेंडरी एवं हाईस्कूल में लगभग 1200 शिक्षक शिक्षिकाएं पदस्थ हैं। इनमें अंग्रेजी, गणित, हिंदी, संस्कृत, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान सहित सभी विशेषज्ञों की सूची तैयार कराई जानी है, जिनके विषय में रिजल्ट 30 प्रतिशत से कम रहा है। ऐसे शिक्षकों को परीक्षा में बुलाया जाएगा। यदि ये शिक्षक परीक्षा में पास नहीं हो पाते हैं तो अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी। जिला शिक्षा अधिकारी एसके नेमा ने बताया कि जल्द ही सभी प्राचायों की बैठक बुलाकर रिजल्ट की समीक्षा की जाएगी, जिसमें जिम्मेदारी तय होगी।