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CG : आदिवासी बच्चे का हुनर देख IAS रह गए दंग… 13 वर्षीय दीपेश ने कबाड़ से जुगाड़ कर इलेक्ट्रॉनिक ड्रोन और हेलीकॉप्टर बनाकर उड़ाया… 16 बार हुआ था फेल, तब पाई सफलता…

इंपैक्ट डेस्क.

कोंडागांव। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के कोंडागांव जिले के 13 वर्षीय आदिवासी बच्चे की चर्चा चहुंओर हो रही है. जिले के केशकाल विकासखंड के दीपेश पोयाम इन दिनों प्रदेशभर में मशहूर हो गए हैं. उनकी इस प्रतिभा का सम्मान करते हुए कोंडागांव कलेक्टर आईएएस पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने दीपेश को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढाने के लिए हर संभव सहयोग करने का आश्वासन दिया है. स्थानीय जनप्रतिनिधियों व विद्यालय स्टाफ द्वारा स्कूल में दीपेश का तिलक चंदन व पुष्पमाला पहना कर सम्मानित भी किया गया. महज 13 वर्षीय दीपेश ने कबाड़ से जुगाड़ कर इलेक्ट्रॉनिक ड्रोन और हेलीकॉप्टर बनाकर उड़ाने में सफलता पाई है.

दीपेश की इस सफलता के बारे मे जानकारी देते हुए माध्यमिक शाला करारमेटा के प्राचार्य तोरण वर्मा ने बताया कि कि दीपेश ने सर्वप्रथम वर्ष 2021 के जनवरी महीने में ड्रोन बनाने की शुरुआत की थी. लॉकडाउन की अवधि में ड्रोन का निर्माण करने के प्रयास के दौरान दीपेश लगभग 16 बार असफल हुआ, लेकिन उसने हार नहीं मानी. 17 वें प्रयास में दीपेश को सफलता मिली और उसने ग्राम अरंडी में आयोजित संकुल स्तरीय कबाड़ से जुगाड़ प्रदर्शनी में अपना ड्रोन उड़ाकर सबको दिखाया, जिसमें उसे प्रथम स्थान प्राप्त किया था.

इस तरह सिखता रहा
दीपेश के पिता संजीव पोयाम ने बताया कि पहले जब हम दीपेश के लिए खिलौने लाया करते थे तो ये उन खिलौनों के पुर्जों को अलग अलग कर के कुछ अलग बनाने में लग जाता था. तब हम इसे बहुत डांटते थे और बताते थे कि इन खिलौनों को तोड़ कर तुम हमारे पैसों की बर्बादी कर रहे हो. लेकिन आज जब हम देखते हैं कि हमारे बेटे में इतनी प्रतिभा है कि वह कबाड़ से जुगाड़ कर के ऐसे ऐसे उपकरण बना रहा है जिसकी पूरे जिले व प्रदेश भर में प्रशंसा हो रही है तो हमें पछतावा होता है कि यदि हमने इसे पहले ही सहयोग किया होता तो आज हमारा बेटा और भैया आधुनिक एवं बेहतर उपकरण बना चुका होता. जिस प्रकार से दीपेश अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर दिनोदिन मशहूर हो रहा है यह हमारे परिवार के लिए बड़े ही गर्व की बात है.

कलेक्टर ने की तारीफ
विगत दिनों दिपेश ने कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा एवं जिला पंचायत सीईओ प्रेम प्रकाश शर्मा के समक्ष कलेक्ट्रेट भवन में स्वयं बनाये गये ड्रोन एवं हेलीकॉप्टर को उड़ाकर प्रदर्शन किया. इस पर कलेक्टर ने दिपेश की दीपेश की प्रशंसा की. इस अवसर पर पिता द्वारा कलेक्टर से दिपेश की पढ़ाई के लिए सहायता को कहा. इस पर कलेक्टर द्वारा यथा संभव मद्द का आश्वासन देते हुए दिपेश को आगामी जीवन में सफलता के अनेक उचाइयों को प्राप्त करने हेतु शुभकामनाएं देते हुए प्रेरित भी किया गया.