मानसिक अस्वस्थता और आंतरिक शांति के लिए ये उपाय
जिसकी कुंडली के द्वितीय, पंचम, नवम व एकादश भाव में शुभ ग्रह विराजमान हों, तो वह व्यक्ति समृद्ध और सामर्थ्यवान होता है। अगर लग्नेश शुभ ग्रहों से युक्त या दृष्ट होकर केंद्र या त्रिकोण में उच्च का होकर या स्वगृही बनकर विराजमान हो, तो व्यक्ति ऐश्वर्यवान व राजकीय पद पर आसीन होता है। इसे भी आज़माएं यदि मानसिक कष्ट हो, आंतरिक शांति का अभाव हो, तो गुलाबी सेंधा नमक मिश्रित जल से स्नान करें। लाभ होगा, ऐसा मान्यताएं कहती हैं। शनि अगर नवम भाव यानी भाग्य में हो, तो मिश्रित