शराब बिक्री व उसके बाद फैली अव्यवस्था से अगर महामारी बस्तर में प्रवेश करती है तो कौन होगा जिम्मेदार – देव
इम्पेक्ट न्यूज. सुकमा।
राजस्व उगाही के लिए छण्गण् की जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रही है प्रदेश सरकार । शराब की बिक्री इस करोना संकट मे कहीं आत्मघाती कदम न साबित हो इसका विचार अत्यावश्यक है । उक्ताश्य के विचार भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ प्रदेश मंत्री किरण देव व पूर्व विधायक लच्छु राम कश्यप ने व्यक्त किए।
उन्होंने कहा यह आश्चर्यजनक है कि शराबबंदी के नाम पर वोट मांगने वाली प्रदेश कांग्रेस सरकार शराब की बिक्री कि इतनी तत्परता दिखा रही है । प्रदेश सरकार के शराब बिक्री के निर्णय पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि शराब दुकानों पर लगी लंबी लाइनें परेशान करने वाली है । करोना महामारी के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ना होना व सुरक्षा मानकों की अनदेखी लापरवाही को दर्शा रही है। भाजपा नेताओं ने कहा बस्तर करोना बीमारी से अछूता है किंतु सरकार का यह कदम कहीं करोना के बस्तर के प्रसार में सहायक सिद्ध ना हो जाए । उन्होंने कहा प्रदेश सरकार पिछले 1 वर्ष में दवा की ऑनलाइन बिक्री का कोई फार्मूला नहीं बना पाए किंतु शराब बिक्री के लिए 1 दिन मे ढांचा तैयार कर लेना सरकार की जनता के प्रति सोच को उजागर करता है । नेताओं ने कहा कहा इस संकट काल में जब सभी वर्ग आर्थिक संकट से गुजर रहे तब शराब की बिक्री कर पारिवारिक सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ना व आर्थिक बोझ बढ़ाना कहां की समझदारी है। भाजपा नेताओं ने कहा शराब दुकानों पर जिस तरह की अव्यवस्था फैली हुई है वह सोचने को मजबूर करती है कि क्या यह कदम सही है। भाजपा नेताओं ने कहा अच्छा हो सरकार अविलंब इस पर विचार कर कोई ऐसा रास्ता निकाले जिससे बस्तर करोना संकट से अछूता रहे या यहां की गरीब जनता पर कोई बोझ ना पड़े ।
किसानों को राहत मजदूरों के जीवन स्तर को बढ़ाना स्वास्थ्य सेवाओं व रोजगार बढ़ाने की जरूरत है किंतु इन सब को परे रखकर शराब बिक्री का निर्णय ले सरकार यह साबित कर रही है कि वह जनहित के मुद्दों पर सरोकार नहीं रखती । उन्होने कहा कि आनन.फानन में शराब बिक्री का निर्णय व उसके बाद फैली अव्यवस्था अगर महामारी को बस्तर में प्रवेश कराती है तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा।