बिंदी लगाने पर टीचर ने जड़ दिया थप्पड़… 10वीं की स्टूडेंट ने फांसी लगाकर दी जान…
इम्पैक्ट डेस्क.
झारखंड के धनबाद में कथित तौर पर बिंदी लगाकर स्कूल आने पर टीचर ने 10वीं की छात्रा को थप्पड़ मार दिया। फटकार भी लगाई। इस बात से आहत छात्रा ने अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। छात्रा की शिनाख्त पुष्पा के रूप में हुई है जो संत जेवियर स्कूल में 10वीं कक्षा में पढ़ती थी। मामले में धनबाद के बाघमारा डीएसपी निशा मुर्मू ने बताया कि छात्रा द्वारा सुसाइड किए जाने की जानकारी मिली। उसके पास से एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें उसने स्कूल की शिक्षिका पर प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया है। प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। छानबीन जारी है।
धनबाद के हनुमानगढ़ी की रहने वाली थी पुष्पा
घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक मृतका झारखंड के धनबाद जिला स्थित हनुमानगढ़ी तेतुलमारी की रहने वाली थी। वह तेतुलमारी थानाक्षेत्र अंतर्गत सेंट जेवियर्स स्कूल में 10वीं कक्षा में पढ़ती थी। परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुष्पा सोमवार को बिंदी लगाकर स्कूल गई थी। यह देख स्कूल की शिक्षिका सिंधु बुरी तरह भड़क गई। सुबह की प्रार्थना सभा के दौरान शिक्षिका ने पुष्पा से पूछा कि वह स्कूल में बिंदी लगाकर क्यों आई? कहा जा रहा है कि छात्रा के जवाब से शिक्षिका भड़क गई और उसे जोरदार चांटा जड़ दिया। इससे छात्रा आहत हो गई और घर आकर उसने फांसी लगा ली। वह स्कूल यूनिफॉर्म में थी। उसके पास से एक सुसाइड नोट भी मिला जिसमें मौत का जिम्मेदार शिक्षिका को ठहराया गया है।
सेंट जेवियर्स स्कूल की छात्रा थी पुष्पा
सुसाइड नोट में छात्रा ने लिखा है कि मैं धनबाद सेंट जेवियर्स स्कूल तेतुलमारी की छात्रा हूं। आज स्कूल में एक शिक्षिका ने मुझे सबके सामने थप्पड़ मारा। पूरे स्कूल के बच्चे के सामने मुझे बेइज्जत करके स्कूल से निकाल दिया। मैं बेइज्जती नहीं सह पा रही हूं जिसकी वजह से सुसाइड कर रही हूं। शिक्षिका का नाम सिंधू मैडम है। प्रधानाध्यापक का नाम आरके सिंह है। मेरी खुदकुशी करने की वजह केवल सिंधु मैडम है। मेरे मरने के बाद सिंधू मैडम पर जल्द से जल्द कार्रवाई करें।
छात्रा की मां ने स्कूल प्रबंधन को जमकर कोसा
इस घटना से बुरी तरह से आहत मृत छात्रा की मां ने कहा कि 1 साल पहले ही मेरे पति का देहांत हुआ है। अब मेरी बेटी भी चली गई। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बेटी को हमेशा किसी ना किसी बहाने से शिक्षिका द्वारा परेशान किया जाता था।