हरियाणा से लौटे 6 तबलीगी करपावंड में क्वारेंटीन किए गए…
हरियाणा के क्वारेंटाइन सेंटर में भी बिता चुके हैं 14 दिन, एहतियातन प्रशासन ने लिया अभिरक्षा में
यूपी लौट चुके 2 तबलीगी साथियों को भी तलाशेंगे अफसर, मरकज से रिश्ते की भी होगी पड़ताल
मेडिकल जांच और अन्य औपचारिकताएं पूरी होने तक रहना होगा करपावंड क्वारेंटाइन सेंटर में
इम्पेक्ट न्यूज. जगदलपुर।
हरियाणा से लौटे 6 तबलीगियों को प्रशासन ने एहतियातन अभिरक्षा में ले लिया है. इन्हें फिलहाल करपावंड के क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया है. मेडिकल जांच और अन्य औपचारिकता पूरी करने के बाद इनके विषय में फैसला लिया जाएगा.
प्रशासनिक सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक हरियाणा से सभी लौटकर भानपुरी के एक घर में रह रहे थे. इनके 2 साथी यूपी जा चुके हैं, जिनके बारे में भी अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं.
इस पूरी कवायद के पीछे नई दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज की घटना को लेकर सतर्कता बताई जा रही है. माह भर पहले निजामुद्दीन के मरकज में ठहरे एक हजार से अधिक लोगों में से कई कोरोना पॉजीटिव पाए गए थे. इसके बाद पूरे देश भर में इनकी खोजबीन शुरू की गई.
उस वक्त भी जगदलपुर के धरमपुरा इलाके से कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद अब भानपुरी में 6 तबलीगियों की मौजूदगी की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अफसर सतर्क हो गए और शनिवार की सुबह ही सभी को याथ ले लिया.
पूछताछ के दौरान इन लोगों ने बताया कि हरियाणा से भानपुरी आते वक्त 8 लोग थे. इनमें से 2 फेरी वाले थे, जो कामकाज न होने का हवाला देते हुए उत्तरप्रदेश अपने पैतृक घर के लिए रवाना हो गए.
शेष 6 लोग रायपुर के रास्ते शनिवार की तड़के भानपुरी पहुंचे. बताया जा रहा है कि हरियाणा में इन्होंने 14 दिन की क्वारेंटाइन अवधि पूरी की थी और मेडिकल जांच से संबंधित दस्तावेज भी इनके पास हैं, लेकिन रेड जोन से आने की वजह से प्रशासन कोई चांस नहीं लेना चाह रहा है. यही वजह है कि इनके मामले में पूरा इत्मिनान हो जाने तक इन्हें क्वारेंटाइन सेंटर में रखे जाने का निर्णय लिया गया है.
दो की तलाश जारी
प्रशासनिक सूत्र बता रहे हैं कि यूपी जा चुके दोनों फेरी वालों के बारे में भी विस्तार से जानकारी इकट्ठी की जा रही है. यूपी में किस जगह वे गए हैं और पहुंचने के बाद प्रशासन को खुद के आने के बारे में सूचित किया गया है या नहीं, इसकी जानकारी ली जा रही है. इसके साथ निजामुद्दीन मरकज से इनका कनेक्शन भी खंगाला जा रहा है. जिस वक्त निजामुद्दीन के मरकज में तबलीगियों की भीड़ इकट्ठी थी, क्या उस दौरान इन लोगों की भी वहां मौजूदगी थी? इस तरह के कई सवाल हैं, जो अब पूछे जा रहे हैं.