द्वारका एक्सप्रेसवे के आसपास घरों की कीमतों में तेजी आने की संभावनाः विशेषज्ञ
नई दिल्ली
राजधानी से सटे गुरुग्राम में द्वारका एक्सप्रेसवे के आसपास की आवासीय परियोजनाओं में घरों की औसत कीमतें पिछले 10 वर्षों में 83 प्रतिशत तक बढ़ी हैं और इस एक्सप्रेसवे का पहला खंड खुलने के साथ कीमतों में आगे और भी तेजी आ सकती है। रियल एस्टेट विशेषज्ञों ने यह अनुमान जताया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मार्च की शुरुआत में कुल 29 किलोमीटर लंबे द्वारका एक्सप्रेसवे में से 19 किलोमीटर लंबे हिस्से का उद्घाटन किया था।
रियल एस्टेट सलाहकार एनारॉक के संकलित आंकड़ों के मुताबिक, 2013 और 2023 के बीच लगभग 53,000 आवास इकाइयां एक्सप्रेसवे के आसपास शुरू की गईं जिनमें से 80 प्रतिशत से अधिक इकाइयों की बिक्री पहले ही हो चुकी है।
द्वारका एक्सप्रेसवे के प्राथमिक आवासीय बाजार में घरों की औसत कीमतें 2013 में 4,530 रुपये प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 2023 में 8,300 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं।
रियल्टी फर्म सिग्नेचर ग्लोबल के चेयरमैन प्रदीप अग्रवाल ने उम्मीद जताई कि द्वारका एक्सप्रेसवे पर मांग-आपूर्ति मजबूत रहेगी, जिससे कीमतों में बढ़ोतरी होगी। उन्होंने कहा, ‘अगले दो-तीन वर्षों में 20-40 प्रतिशत मूल्य वृद्धि का संकेत मिलता है।’
रियल्टी फर्म क्रिसुमी कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक मोहित जैन ने कहा कि इस क्षेत्र में संपत्ति की कीमतें पिछले कुछ वर्षों में बढ़ी हैं और एक्सप्रेसवे के चालू होने से आने वाले महीनों में दरें 10-15 प्रतिशत तक बढ़ सकती हैं।
एलन ग्रुप के वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनीत डावर ने कहा कि लगभग 10-15 प्रतिशत मूल्य वृद्धि की संभावना दिख रही है।
एमवीएन इन्फ्रा के उपाध्यक्ष और बिक्री एवं विपणन प्रमुख धीरज डोगरा ने कहा, ‘लक्जरी घरों के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण बना हुआ है। इस साल के अंत तक बिक्री लगभग 50 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है।’
एनारॉक के वाइस चेयरमैन संतोष कुमार ने कहा, ‘2020 और 2023 के बीच इस क्षेत्र में घरों की औसत कीमतों में 41 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। अब एक्सप्रेसवे के चालू होने के साथ इसके और बढ़ने की संभावना है।’