रुपये लेकर भी नहीं दिया सामान… सरगुजा के कांग्रेस नेता से पौने 2 करोड़ की धोखाधड़ी, 3 के खिलाफ केस दर्ज…
इम्पैक्ट डेस्क.
छत्तीसगढ़ के एक कांग्रेस नेता और सरगुजा राज परिवार के संबंधी विंधेश्वर शरण सिंहदेव से 2 करोड़ रुपये ठगी का मामला सामने आया है। सरगंवा पैलेस में बनवाए जा रहे मेसर्स महेश्वर रिद्धी-सिद्धी वैली रिसार्ट मैरिज हाउस का काम कर रहे ठेकेदारों ने सामान सप्लाई करने के नाम पर बड़ी राशि की धोखाधड़ी की है। विंधेश्वर शरण सिंहदेव ने गांधीनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस ने 3 लोगों पर केस दर्ज किया है। फिलहाल आरोपी पुलिस पकड़ से बाहर है। पुलिस जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की बात कह रही है।
मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस नेता विंधेश्वर शरण सिंहदेव मेसर्स महेश्वर रिद्धी-सिद्धी वैली के भागीदार हैं। मेसर्स महेश्वर रिद्धी-सिद्धी वैली द्वारा रिसार्ट मेरिज हाउस का निर्माण किया जा रहा है। सिंहदेव के अनुसार राहुल शर्मा निवासी स्मृतिनगर, भिलाई, जिला दुर्ग ने स्वयं को राहुल इंटरप्राइजेज का संचालक बताकर उनसे संपर्क किया गया और आश्वस्त किया कि वह निर्माण इंटीरियर एवं माल सप्लाई का अनुभवी ठेकेदार हैं। उसका सामान विक्रेताओं एवं सप्लायर से संपर्क है, जिससे वह कम दामों पर अच्छा सामान उपलब्ध करा सकते हैं। उसके द्वारा विश्वास दिलाया गया कि यदि काम उसे दिलाया गया तो वह उच्च क्वालिटी की सामग्री बाजार से डिस्काउंट दरों से दिलाएगा।
रुपये देने के बाद भी फर्म को नहीं पहुंचा सामान
राहुल शर्मा द्वारा यह भी बताया गया कि वह स्वयं अपने जिम्मेदारी पर अपनी निगरानी में सेनेटरी, हार्डवेयर, प्लाई एवं अन्य सामग्री मंगवाकर निर्माण कराएगा। राहुल शर्मा की बातों में आकर व विश्वास करके विंधेश्वर शरण सिंहदेव ने ऑनलाइन माध्यम से लाखों रुपये हस्तांतरित कर दिए। राहुल शर्मा के कहने पर उन्होंने आसनदास एंड संस एवं शंकर ग्लास नामक कंपनी को भी लाखों रुपये उसके खाते में डाल दिए। रुपये मिलने के बाद न तो राहुल शर्मा द्वारा और न ही आसदास एंड संस एवं शंकर ग्लास द्वारा कोई सामान फर्म को दिया गया। बार-बार रकम मांगे जाने पर आसनदास एंड संस एवं शंकर ग्लास फर्म द्वारा कहा गया कि हम आपको नहीं जानते। भुगतान हमको राहुल शर्मा द्वारा कराया गया है, आप उनसे संपर्क करें।
रुपये मांगने पर दिए चेक, सभी हो गए बाउंस
इस पर आवेदक ने राहुल शर्मा से पैसे वापस मांगे। उसने रकम वापस करने की बात कहते हुए चेक दिए। बैंक खाते में रकम न होने से वह सभी बाउंस हो गए। आवेदक का आरोप है कि राहुल शर्मा कि पूर्व से ही मंशा बेइमानी एवं धोखाधड़ी करने की थी, उसके द्वारा फर्म से राशि भुगतान कराकर विनित रवानी आसनदास एंड संस एवं शंकर ग्लास फर्म के साथ मिलकर बिना सामान सप्लाई किए ही कुटरचित बिलों व वाऊचर तैयार किए गए। पुलिस ने आरोपियों राहुल शर्मा, विनित रवानी, आसनदास एंड संस एवं शंकर ग्लास फर्म द्वारा आवेदक से 1 करोड़ 75 लाख रुपये का गबन किया है। धोखाधड़ी की शिकायत गांधीनगर थाने में करने पर पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध धारा 406 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।