हश मनी केस: सजा के एलान से पहले डोनाल्ड ट्रंप से होगा सवाल-जवाब; प्रोबेशन अधिकारी करेंगे रिपोर्ट तैयार
वॉशिंगटन
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले डोनाल्ड ट्रंप को बड़ा झटका लगा है। हश मनी मामने में ट्रंप को सभी 34 आरोपों में दोषी करार दिया गया था। डोनाल्ड ट्रंप को क्या सजा मिलेगी, इस पर अब 11 जुलाई को सुनवाई होगी। इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति से न्यूयॉर्क के प्रोबेशन अधिकारी पूछताछ करेंगे, जो सजा सुनाए जाने से पहले एक जरूरी कदम है।
इस कदम से परिचित तीन लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर एक मीडिया चैनल को बताया कि ट्रंप फ्लोरिडा के पाम बीच में मार-ए-लागो क्लब में अपने घर से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से इंटरव्यू करेंगे। बता दें, न्यूयॉर्क में अपराधों के दोषी लोग आमतौर पर अपने वकीलों के बिना प्रोबेशन अधिकारियों से मिलते हैं। मगर ट्रंप को अनुमति मिल गई है कि इंटरव्यू के दौरान उनके वकील टोड ब्लैंच मौजूद रह सकते हैं। यह अनुमति जुआन मर्चन ने शुक्रवार को दी।
क्यों लिया जाता है इंटरव्यू?
सजा दिए जाने से पहले प्रोबेशन अधिकारियों द्वारा पूछताछ करने का मकसद एक रिपोर्ट तैयार करना होता है। इस रिपोर्ट के जरिए न्यायाधीश को प्रतिवादी के बारे में अधिक जानकारी मिलती है। साथ ही संभावित रूप से अपराध के लिए उचित सजा निर्धारित करने में मदद मिलती है। ऐसी रिपोर्ट आम तौर पर एक प्रोबेशन अधिकारी, एक सामाजिक कार्यकर्ता या प्रोबेशन विभाग के लिए काम करने वाले मनोवैज्ञानिक द्वारा तैयार की जाती है जो प्रतिवादी और संभवतः उस व्यक्ति के परिवार और दोस्तों के साथ-साथ अपराध से प्रभावित लोगों से पूछताछ करती है।
सजा पर रख सकते हैं अपना पक्ष
रिपोर्ट में प्रतिवादी का व्यक्तिगत इतिहास, आपराधिक रिकॉर्ड और सजा के लिए सिफारिशें शामिल हैं। इसमें रोजगार के बारे में जानकारी और परिवार के किसी सदस्य की देखभाल में मदद करने के लिए कोई दायित्व भी शामिल होगा। यह एक प्रतिवादी के लिए यह कहने का भी मौका होता है कि उन्हें कैसी सजा मिलनी चाहिए।
क्या है मामला?
डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ इस हश मनी केस में 34 आपराधिक मामले चल रहे हैं। अब इस मामले में जूरी पर फैसला छोड़ दिया गया था। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर आरोप है कि उन्होंने साल 2016 में एक सेक्स स्कैंडल से बचने के लिए एडल्ट फिल्म स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को पैसों का भुगतान किया था। डोनाल्ड ट्रंप उस वक्त रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की दावेदारी कर रहे थे। उन्हें डर था कि अगर स्कैंडल सामने आ गया तो उनकी दावेदारी पर असर पड़ सकता है।