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डराने वाली खबर : मच्छर भगाने वाली मशीन से लगी आग? दादी और 3 बच्चों की जान गई…

इम्पैक्ट डेस्क.

चेन्नै: तमिलनाडु के चेन्नै में एक दर्दनाक हादसा हो गया। चेन्नै के मनाली इलाके के एक घर में मच्छर भगाने वाली मशीन से कथित तौर पर लगी आग के बाद एक बुजुर्ग महिला और उनकी तीन पोतियों की दम घुटने से मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान 65 वर्षीय संथनालक्ष्मी और तीन पोतियों संध्या, प्रिया रक्षिता और पवित्रा के तौर पर हुई। इनकी उम्र आठ से 10 साल के बीच है। बताया गया है कि जब वे घर में सो रहे थे तभी आग लगी, उनके पड़ोसियों को सुबह घर से धुआं निकलता दिखा जिसके बाद पुलिस को मामले की जानकारी दी।

मौके पर पहुंची पुलिस ने पाया कि चार लोग बेहोश पड़े हैं जिसके बाद तुरंत उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि शुरुआती जांच में खुलासा हुआ कि जिस कमरे में पीड़ित सोए थे, वहां पर मच्छर भगाने वाली मशीन लगी थी जो नायलन की चीज पर गिरी और आग लग गई। उन्होंने बताया कि परिवार के सदस्यों का सोने के दौरान धुंए से उनका दम घुंट गया। पुलिस ने बताया कि तीनों बच्चियां दादी के घर रात में सोने आई थीं क्योंकि उनकी मां अस्पताल में भर्ती पिता की तीमारदारी के लिए गई थी। माधवरम मिल्क कॉलोनी पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

फटीं ट्यूबलाइटें

पुलिस और अग्निशमन एवं बचाव सेवा अधिकारियों ने कहा कि शॉर्ट सर्किट के कारण ट्यूबलाइटें फट गईं और बिजली के तार जल गए। प्लग में लगा एक तरल मच्छर भगाने वाला डिस्पेंसर भी जल गया और कुछ नायलॉन और प्लास्टिक सामग्री पर गिर गया। शयनकक्ष में बहुत सारे कपड़े और पैकेज रखे हुए थे, जो सुलग गए और बहुत सारा धुआं छोड़ते हुए जल गए।

फेफड़ों में मिले कालिख के कण

धुआं उस हॉल में फैल गया जहां पीड़ित सो रहे थे। उनमें से कोई भी खतरे के प्रति सचेत नहीं हुआ। दुर्घटनास्थल का दौरा करने वाले अवाडी के संयुक्त पुलिस आयुक्त डॉ. पी विजयकुमार ने कहा, ‘बच्चों और उनकी दादी के फेफड़ों में कालिख के कण थे।’ उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि चारों की मौत रात 11.30 बजे से 12.30 बजे के बीच हुई थी।

पीड़ितों में 65 वर्षीय संथानलक्ष्मी, उनकी पोती संध्या (10) और प्रिया लक्ष्मी (8) और उनकी चचेरी बहन पवित्रा (8) शामिल थीं। उन्हें शनिवार की सुबह तब पता चला जब लोगों ने सेकेंड क्रॉस स्ट्रीट, थर्ड मेन रोड पर घर से घना धुआं निकलते देखा। ,माथुर-एमएमडीए। संध्या पांचवीं कक्षा की छात्रा थी, बाकी लोग तीसरी कक्षा में थे।

पिता अस्पताल में भर्ती

पुलिस ने कहा कि संथानलक्ष्मी का 40 वर्षीय बेटा उदयार, एक खाद्य वितरण एजेंट, दो सप्ताह पहले एक दुर्घटना का शिकार हो गया और उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां उनकी पत्नी सेल्वी उनके साथ थीं। तेनकासी जिले के कादयानल्लूर की संथानलक्ष्मी अपनी पोतियों की देखभाल के लिए आई थीं। पवित्रा सेल्वी के भाई बूथथन और उनकी पत्नी वेलाम्मल की बेटी थी, जो पास में ही रहते थे। उन्होंने घर से धुआं निकलते देखा और खिड़की से झांककर देखा तो बच्चे और बुजुर्ग महिला बेहोश पड़े थे। उन्होंने दरवाजा तोड़ा और शवों को बाहर निकाला और पुलिस को बुलाया।