बेटों ने हथौड़े से तोड़े मां के हाथ-पैर : बचाने आए पिता को जमकर पीटा, बहुओं-बच्चों ने भी की मारपीट…
इम्पैक्ट डेस्क.
अलवर जिले के बीबीरानी थाना इलाके के खेड़ा गांव में एक दिल दहलाने देने वाला मामला सामने आया है। जहां दो कलयुगी बेटों ने जमीन अपने नाम करवाने के लिए मां के साथ हैवानियत की हद पर कर दी। आरोपी बेटों ने पत्नियों और बच्चों के साथ मिलकर पत्थर तोड़ने वाले हथौड़े से मां के दोनों पैर और हाथ तोड़ दिया। साथ ही मारपीट कर पिता को भी घायल कर दिया। बुजुर्ग दंपति को अलवर के सामान्य चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
घायल वृद्ध महिला की बेटी बीना ने बताया कि उसके पिता उदय चंद मेघवाल (65) और मां राजबाला (60) से उनके बेटे दिलीप और हितेंद्र जमीन अपने नाम कराना चाहते हैं। लंबे समय से दोनों भाई जमीन हड़पने की कोशिश कर रहे हैं। जिसे लेकर पीड़ित उदय चंद की बेटियों ने थाने में शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इससे दोनों बेटों और बहुओं की हिम्मत और बढ़ गई।
बुधवार सुबह पिता उदय चंद और माता राजबाला घर पर बैठे हुए थे, इस दौरान दिलीप और हितेंद्र ने अपनी पत्नियों के साथ मिलकर वृद्ध मां राजबाला पर हमला कर दिया। आरोपियों ने उनके दोनों पैरों पर हथौड़े से वार किए। उन्होंने बचाव के लिए हाथ आगे किया तो हाथ पर भी हथौड़ा मारा। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गईं। इस बीच पत्नी का बचाव करने आए उदय चंद के साथ भी बेटे और बहुओं ने मारपीट कर दी। मारपीट में बुजुर्ग उदय चंद को भी चोटें आईं हैं। दोनों को गंभीर हालत में अलवर के सामान्य चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
पैरों की हडि्डयों में मल्टीपल फ्रैक्चर
आरोपी बेटे-बहुओं ने बुजुर्ग महिला राजबाला से मारपीट में हैवानियत की हदें पार कर दीं। डॉक्टर ने बताया कि बुजुर्ग महिला को जब हॉस्पिटल लाया गया था तो उनके पैर टूटकर लटके हुए थे और उनमें से खून बह रहा था। एक्सरे करने पर पता चला कि उनके पैरों की हडि्डयों में मल्टीपल फ्रैक्चर हुए हैं। पैरों का ऑपरेशन कर रॉड डालनी पड़ेगी। हॉस्पिटल के स्टाफ ने बताया कि बुजुर्ग दंपति अस्पताल आने पर दर्द से करहा रहे थे। दोनों बार-बार बोल रहे थे कि भगवान ऐसी औलाद किसी को नहीं दे।
बहुओं को लगता है बेटियों को दे देंगे जमीन
घायल पिता ने बताया कि परिवार की और बेटों की इज्जत खराब न हो इसलिए हम दोनों पति-पत्नी ने हमारे साथ हो रही ज्यादती की बात किसी को नहीं बताई। जमीन के बंटवारे को लेकर झगड़ा है। बहुओं को लगता है कि हम जमीन अपनी बेटियों के नाम कर देंगे, इसलिए दोनों बेटे और बहुएं पिछले 4 साल से हमारे साथ आए दिन मारपीट करते आ रहे हैं।
छोटे बेटे के पास रहता है दंपति
घायल बुजुर्ग उदयचंद ने बताया कि मेरे 3 बेटे औतर तीन बेटियां हैं। दिलीप, हितेंद्र, परविंदर और बेटियां लक्ष्मी, बीना और मधु हैं। सभी बेटों और बेटियों की शादी कर दी है। घर का बंटवारा भी कर दिया है, दिलीप और हितेंद्र अलग रहते हैं। वहीं, पास में ही परविंदर का भी मकान है। दिलीप और हितेंद्र कारपेंटर का काम करते हैं। उन दोनों का व्यवहार हमें अच्छा नहीं लगता, इसलिए हम सबसे छोटे बेटे परविंदर के साथ रहते हैं। वो खेती का काम करता है। 4 साल पहले जब तीनों बेटियों की शादियां की, तब तक सबकुछ ठीक था। लेकिन, इसके बाद दिलीप (32 साल) और हितेंद्र (28 साल) और उनकी पत्नियों का व्यवहार बदलने लगा। आए दिन झगड़ा और मारपीट करना शुरू कर दिया।
बेटे-बहू चार साल से कर रहे हैं मारपीट
गांव की 8 बीघा जमीन को दिलीप और हितेंद्र के नाम पहले ही करवा दिया है। अब केवल 2 बीघा जमीन का हिस्सा बचा है। बहुओं ने बेटों के दिमाग में ये भर दिया कि हम बाकी बची जमीन बेटियों के नाम कर देंगे। इसी कारण से दोनों बेटों और बहुओं का हमारे साथ पिछले 4 साल से विवाद चल रहा है। 25 जून को भी जमीन के लिए बेटों में हमारे साथ मारपीट की थी। मुझे सोमवार को थाने जाकर दोनों बेटों की शिकायत करनी पड़ी थी। शिकायत पर एक पुलिस वाला घर आया और कुछ बातचीत कर चला गया, लेकिन हमारी सुरक्षा के लिए कोई कार्रवाई नहीं की। बेटे बहुओं को पाबंद भी नहीं किया।
बेटों और बहुओं ने की मारपीट, ये बताने में आती है शर्म
मंगलवार सुबह करीब 5:30 बजे, छोटा बेटा परविंदर खेत में गया था और पत्नी राजबाला चाय बनाकर लाई थी। मेरे हाथ में चाय का गिलास था, तभी हितेंद्र चिल्लाते हुए आया और दिलीप को भी आवाज लगाकर बुलाया कि आज इनका इलाज करते हैं। दोनों बेटे, उनकी पत्नियां और बच्चे आए। दिलीप और उसकी पत्नी ने राजबाला के हाथ पकड़ लिए और हितेंद्र ने घर के आंगन में पड़े पत्थर तोड़ने वाले हथौड़े से मां के पैरों को तोड़ दिया। मेरी पत्नी राजबाला चिल्लाती रही, लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी। मैंने बीच-बचाव करने गया तो बेटों ने मुझे भी लात-घूसों से खूब पीटा। ये बात कहने में भी शर्म आ रही है कि मारपीट में मेरे बेटे, उनकी पत्नियां और बच्चे तक शामिल है।
बेटों-बहुओं को गिरफ्तार कर दिलाई जाए सुरक्षा
पीड़ित पिता ने कहा कि हमें अपने बेटों और बहुओं से सुरक्षा दी जाए। आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार करें। 2 साल पहले भी बेटों ने सिर फोड़ दिया था। तब जयपुर तक इलाज कराना पड़ा था। सरकार से मांग है कि हमारी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। अब तक 4 बार शिकायत के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। आरोपी पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई की जाए।