धर्म संसद : हमेशा विवादित बोल से चर्चा में रहने वाले यति नरसिंहानंद गिरफ्तारी के बाद भी खाना नहीं खा रहे , केवल ‘रस आहार’ पर अड़े…
इंपेक्ट डेस्क.
धर्म संसद पर हरिद्वार, काशी, प्रयाग समेत देश के कई भागों में 16 जनवरी रविवार को प्रतिकार सभा आयोजित की गई। जबकि, 22 जनवरी को अलीगढ़ में होने वाली धर्म संसद में आगे की रणनीति बनाई जाएगी। प्रबोधानंद गिरी ने कहा कि जो भी सनानत धर्म और संस्कृति को मानते हैं वह भी प्रतिकार करना शुरू कर दें।
संतों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने सरकार पर संतों के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज करने का आरोप लगाया। धर्म संसद सौ करोड़ सनातनियों के हित की रक्षा की बात कर रही है। हिन्दू राष्ट्र बनने तक धर्म संसद चलती रहेगी। धर्म संसद के अध्यक्ष महामंडलेश्वर प्रबोधानंद गिरी ने कहा कि प्रतिकार सभा में भारी संख्या में संत हरिद्वार में भाग लेने पहुंचे हैं।
धर्म संसद में भड़काऊ भाषण और एक समुदाय विशेष की महिलाओं पर अमर्यादित टिप्पणी के आरोप में गाजियाबाद के डासना स्थित देवी मंदिर के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी को गिरफ्तार कर लिया गया। यति की गिरफ्तारी के विरोध में शनिवार रात को उनके समर्थकों ने कोतवाली में हंगामा किया। पुलिस ने लाठीचार्ज कर उनके समर्थकों को तितर-बितर किया। यति को गिरफ्तारी के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गिरफ्तारी से कुछ समय पहले ही धर्म संसद कोर कमेटी ने शांभवी आश्रम में बैठक करके 3 दिन से अनशन कर रहे यति नरसिंहानंद और अमृतानंद अनशन खत्म करने को राजी हो गए थे। यह फैसला लिया गया था कि सत्याग्रह चलता रहेगा, लेकिन पुलिस ने 17 जनवरी को सर्वानंद घाट में प्रतिकार सभा होने से पहले ही शनिवार शाम को नरसिंहानंद को गिरफ्तार कर लिया। उधर नरसिंहानंद की गिरफ्तारी पर धर्म संसद के अध्यक्ष प्रबोधानन्द गिरी आनंद ने कहा कि प्रतिकार सभा होकर रहेगी।