घर में वास्तु दोष ये हैं निशानियां
घर के अंदर मुख्य दिशाएं होती हैं नॉर्थ, ईस्ट, वेस्ट और साउथ और चार ही उपदिशाएं हैं। नॉर्थ-ईस्ट, नॉर्थ-वेस्ट, साउथ-ईस्ट और साउथ-वेस्ट तो मिलके ये घर के अंदर हो गई आठ दिशाएं। सबसे पहले आपको पता होना चाहिए हर दिशा जो है आपके बिहेवियर में कौन सी चीजों को कंट्रोल करती है।
नॉर्थ-ईस्ट दिशा: सबसे पहले बात करेंगे नॉर्थ-ईस्ट यानी ईशान कोण से जिसको हम उत्तर-पूर्व दिशा भी बोलते हैं। अगर उत्तर-पूर्व यानी ईशान कोण अगर खराब होगा तो सबसे पहले ये दिशा आपकी अवेयरनेस को कंट्रोल करती है। आप अपने सराउंडिंग को लेके कितने अवेयर हैं ? आपके आसपास क्या घटित हो रहा है ? आपके पड़ोस में कौन से लोग आ जा रहे हैं? आपके घर के अंदर कौन सी चीजें जो हैं दाएं बाएं जा रही हैं ? बच्चे अपने जीवन में कैसा परफॉर्म कर रहे हैं? अगर आप इन सभी चीजों से अच्छे से अवेयर हैं तो आपके घर की जो नॉर्थ-ईस्ट की दिशा है ये बड़ी उर्जित है क्योंकि ये दिशा खराब हो गई तो इंसान को पता ही नहीं चलता है क्या हो रहा है ? अगर ये दिशा खराब होती है तो सबसे पहले इंसान भुलक्कड़ होना शुरू हो जाता है। यह होता है नॉर्थ-ईस्ट के खराब होने पे। जिनके घर के नॉर्थ-ईस्ट खराब होते हैं, उस घर के बच्चे पढ़ते रहते हैं लेकिन उनको एग्जाम के टाइम पर भूल जाते हैं याद नहीं रहता है।
चीजों में पूरी तरह से हमें हिसाबी किताबी हो जाना यह घर की ईस्ट दिशा करवाती है। ईस्ट दिशा खराब होगी तो इंसान के मूर्खतापूर्ण डिसीजन होते रहेंगे। अगर आपकी ईस्ट दिशा खराब होगी तो उसकी वजह से उसके सामान्य संबंध समाज के साथ ये बिगड़ते चले जाते हैं। घर का अग्निकोण जिसे साउथ-ईस्ट दक्षिण-पूर्व जिसको बोला जाता है। यह दिशा आपको अग्नि दिखाने का काम करती है। जिनके घर का साउथ-ईस्ट सही होगा तो उनको जीवन में रास्ते दिखते रहेंगे। घर का अग्नि कोण यदि खराब है तो घर की अंदर लेडीज आपस में उलझती रहती हैं या उनकी सेहत किसी न किसी मामले में खराब रहती है।
तो आपके घर का साउथ-ईस्ट कोना शुक्र का कोना है। घर की लेडीज की तबीयत खराब होना घर के साउथ-ईस्ट की ख़राबी को शो करता है। चीजों को लगातार फ्लो में रखना करते रहना यह भी साउथ-ईस्ट से गवर्न होता है। साउथ -ईस्ट खराब हो गया तो इंसान काम करेगा थोड़ी देर बाद फिर वो काम चेंज कर लेगा या किसी भी काम को लंबे समय तक नहीं कर पाएगा। इसकी वजह से उसकी लाइफ में कैश फ्लो होता भी गड़बड़ा जाता है।
घर का दक्षिण कोना आपको रिफ्रेश रखने का हमेशा तरोताज़ा रखने वाला कोना है। अगर आपको लगता है कि आप ढंग से फ्रेश ही नहीं होते हो, अगर आपको लगता है कि आपके अंदर किसी न किसी तरह से ऊर्जा की कमी हो रही है या आपको लगातार नींद पूरी नहीं आहो रही है तो आपके घर का दक्षिण है इसको रिपेयर की जरूरत है।
घर का दक्षिण खराब होगा तो खाली ये बॉडी के अंदर फ्रेश रिफ्रेशमेंट नहीं खराब करेगा, यह आपके अंदर सॉल्यूशन फाइंडिंग की समस्या भी लेके आएगा। अगर आपके घर का दक्षिण खराब होगा तो आपके फैसले कुछ इस तरह से हो जाएंगे जो ना केवल आपके लिए बल्कि जो लोग आपके संपर्क में भी आएंगे उनके लिए भी ये फैसले खराब होने शुरू हो जाएंगे।
दक्षिण पश्चिम कोना- इसको पितृ कृपा का ज़ोन इसलिए बोला जाता है। वंश वृद्धि के लिए यह कोना बहुत सहायक होता है। वंश वृद्धि होगी तो ही पितरों की कृपा को परिपूर्ण माना जाता है। तो किसी के अगर संतान नहीं हो रही है तो साउथ वेस्ट-वेस्ट में कमी है। साउथ-वेस्ट जब खराब होता है तो पुरानी चीजें ही रिसर्कुलेट होती रहती हैं। साउथ-वेस्ट जब खराब होता है तो घर के फैमिली मेंबर बिना बात के आपस में उलझते रहते हैं। साउथ-वेस्ट बहुत ज्यादा खराब होना तो यह कई बार कई आने वाली जनरेशंस के लिए पितृदोष भी लेके आता है। साउथ-वेस्ट को सही रखेंगे ना तो इन सब चीजों में इंसान को अनुकूलता मिलती है और जीवन लगातार तरक्की की तरफ जाता है।
अब बात करते हैं पश्चिम यानी वेस्ट दिशा की। अगर आप कोई भी काम शुरू करते हैं वो कंप्लीट नहीं होता है तो इसका मतलब घर का वेस्ट खराब है। आपको किसी भी काम में फायदा नहीं होता है। कई बार तो एन्सेस्ट्रल प्रॉपर्टी के मैटर बड़े अटक जाते हैं। ये भी घर के वेस्ट कोने के खराब होने पे होता है। घर का वेस्ट कोना खराब होगा तो जीवन में हर चीज चलती रहेगी बस जीवन में फायदे नहीं होंगे।
आपके मन का रिलैक्स होना आपके घर के नॉर्थ-वेस्ट से जुड़ा हुआ है। अगर किसी भी काम में मन क्लेश में रहता है। आपको पता ही नहीं चलता आप ओवरथिंकिंग एंग्जायटी का शिकार हो रहे हैं ना तो उसकी जड़ आपके घर के नॉर्थ-वेस्ट में बैठी हुई है। अगर आपको लगता है आपका परिवार आपको समझता ही नहीं है। उनकी सपोर्ट आपको पूरी नहीं मिल पा रही है तो भी आपके घर का नॉर्थ-वेस्ट खराब है। बिना बात के लोगों से विवाद-क्लेश आ रहे हैं या लिटिगेशन, बैंक कोर्ट-केसेस आ रहे हैं तो भी आपके घर का नॉर्थ-वेस्ट खराब है। नॉर्थ जब खराब होता है तो इंसान की टाइमिंग रॉन्ग हो जाती है।
अब बात करते हैं उत्तर दिशा की जिसको कुबेर की दिशा बोला जाता है। तो धन के आगमन के जितने सोर्सेस बनने हैं वो नॉर्थ से बनेंगे। इंसान का सही चीजों में इन्वेस्ट न करना नॉर्थ खराब होने की निशानी है। खुद को एक्सप्रेस न कर पाना नॉर्थ खराब होने का संकेत है।
आपके घर की आठों दिशाओं को अपने-अपने तरीके से बैलेंस होना जरूरी है। कोई दिशा आपको अवेयर कर रही है, कोई दिशा आपको बुद्धिमान बना रही है, कोई दिशा आपको रिफ्रेश कर रही हैं।