Madhya Pradesh

एमबी पावर ने सांस्कृतिक और पर्यावरणीय पहलों के माध्यम से ग्रामीण आधारभूत संरचना को सशक्त बनाया

अनूपपुर,

 एमबी पावर (मध्य प्रदेश) लिमिटेड अपने पावर प्लांट से लगे गांवों में कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के तहत लगातार विकासात्मक कार्य कर रहा है। कंपनी द्वारा ग्रामीण आधारभूत संरचना और स्थानीय समुदायों के जीवनस्तर को बेहतर बनाने के लिए कई उल्लेखनीय पहलें की गई हैं।

ग्राम पंचायतों की मांग पर कंपनी की सीएसआर टीम ने चार गांवों—चांदपुर (दो रंगमंच), महुदा, मुरा और गुंवारी में कुल पांच सांस्कृतिक रंगमंचों का निर्माण पूर्ण किया है। ये मंच धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों पर बनाए गए हैं, जो अब दुर्गा पूजा, गणेश उत्सव तथा अन्य पारंपरिक आयोजनों के लिए प्रमुख स्थल बन चुके हैं। इस पहल के लिए ग्रामीणों ने कंपनी का आभार व्यक्त करते हुए सहयोग की निरंतरता की आशा जताई है।

इसके अतिरिक्त, मुरा गांव में वर्षों पहले एमबी पावर द्वारा बनाए गए गणेश पंडाल का जीर्णोद्धार भी कंपनी द्वारा किया गया है। इस कार्य ने न केवल एक सांस्कृतिक धरोहर को पुनर्जीवित किया है, बल्कि कंपनी और समुदाय के बीच संबंधों को भी और प्रगाढ़ किया है।

पर्यावरण संरक्षण की दिशा में इस वर्ष मुरा गांव के जुनवानी तालाब का गहरीकरण एवं सफाई कार्य एक महत्वपूर्ण हस्तक्षेप रहा। समय के साथ तालाब में गाद भर जाने से यह दैनिक उपयोग, मवेशियों के पीने के पानी, अंतिम संस्कार आदि जैसे कार्यों के लिए अनुपयोगी हो गया था। ग्राम पंचायत के सहयोग से सीएसआर टीम ने सफलतापूर्वक इसका कायाकल्प किया। आगामी मानसून में यह तालाब भरकर आस-पास के गांवों के लोगों को घरेलू, सिंचाई और धार्मिक उपयोग के लिए पर्याप्त जल प्रदान करेगा।

सीएसआर प्रमुख सत्यम सलील ने कहा, “एमबी पावर में हमारा मानना है कि सीएसआर केवल संरचना निर्माण तक सीमित नहीं है, यह समुदायों के साथ स्थायी संबंध और दीर्घकालिक मूल्य निर्माण का माध्यम है। रंगमंचों का निर्माण और तालाब का पुनर्जीवन स्थानीय ग्रामीणों के साथ साझेदारी का परिणाम है।”

पूर्व में भी कंपनी द्वारा गांवों में सड़कों का निर्माण, सार्वजनिक शौचालय, विद्यालय और मंदिर परिसरों की चारदीवारी, आंगनवाड़ी केंद्र, हैंडपंप, सोलर और पारंपरिक लाइटिंग जैसी कई जनहितकारी परियोजनाएं पूरी की जा चुकी हैं। जल संरक्षण के लिए तालाबों के गहरीकरण जैसे कार्यों को भी कंपनी ने प्राथमिकता दी है।

एमबी पावर की इन निरंतर पहलों से ग्रामीणों के बीच विश्वास और सहयोग की भावना मजबूत हुई है और वे कंपनी को अपने विकास के प्रति एक प्रतिबद्ध भागीदार के रूप में देखते हैं।