मधुबनी से प्रधानमंत्री का संबोधन से पहले पहलगाम हमले पर मौन और आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश…
Getting your Trinity Audio player ready...
|
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मधुबनी में की विशाल रैली, बिहार को दी 13,480 करोड़ की सौगात
मधुबनी, बिहार (24 अप्रैल 2025):
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बिहार के मधुबनी जिले के झंझारपुर में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि देकर की। उन्होंने जनसभा से दो मिनट का मौन रखने की अपील की और कहा, “जिन्होंने यह हमला किया, उन आतंकियों और इसकी साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी। अब आतंकियों की बची-खुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है।”
इस रैली में उन्होंने बिहार के विकास के लिए 13,480 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। पहलगाम आतंकी हमले के बाद उनकी यह पहली सार्वजनिक सभा थी, जिसमें उन्होंने हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी और आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने का वादा किया।
बिहार के लिए बड़ी सौगातें
प्रधानमंत्री ने मधुबनी से बिहार को कई विकास परियोजनाओं की सौगात दी। इनमें शामिल हैं:
रेल परियोजनाएं: सहरसा-मुंबई अमृत भारत एक्सप्रेस, जयनगर-पटना नमो भारत रैपिड रेल, सुपौल-पिपरा रेल लाइन, हसनपुर-बिथान रेल लाइन, और खगड़िया-अलौली रेल लाइन का उद्घाटन। इसके अलावा, छपरा और बगहा में दो-लेन रेल ओवर ब्रिज का लोकार्पण।
पीएमएवाई योजना: प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के तहत 15 लाख नए लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र और 10 लाख लाभार्थियों को किस्तें जारी की गईं। बिहार में 1 लाख पीएमएवाई-जी और 54,000 पीएमएवाई-यू घरों का गृह प्रवेश भी चिह्नित किया गया।
पंचायती राज को मजबूती: पीएम ने कहा कि पिछले दशक में 2 लाख से अधिक ग्राम पंचायतों को इंटरनेट से जोड़ा गया और 5.30 लाख से ज्यादा कॉमन सर्विस सेंटर गांवों में बनाए गए। जमीनों के डिजिटलकरण से भूमि विवादों को सुलझाने में मदद मिली है।
मिथिला की संस्कृति पर जोर: पीएम ने पान, माछ, और मखाना को मिथिला की पहचान बताया और इनके विकास के लिए विशेष योजनाओं का जिक्र किया।
विपक्ष पर निशाना और एनडीए की एकता
मोदी ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि उनकी हताशा मधुबनी की रैली से और बढ़ेगी। उन्होंने एनडीए की एकता पर जोर देते हुए कहा कि मधुबनी का मंच भाजपा, जदयू, लोजपा (रामविलास), हम, और राष्ट्रीय लोक मोर्चा की एकजुटता का प्रतीक है। उन्होंने बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में हुए विकास कार्यों की भी सराहना की।
ऐतिहासिक जनसभा और सुरक्षा व्यवस्था
रैली में मधुबनी सहित सीतामढ़ी, शिवहर, दरभंगा, सुपौल, सहरसा, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, और अररिया जैसे 13 जिलों से लाखों लोग शामिल हुए। पहलगाम हमले के बाद पूरे बिहार में हाई अलर्ट था, और नेपाल सीमा से लेकर एयरपोर्ट तक सुरक्षा कड़ी की गई थी।
राजनीतिक महत्व
बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर पीएम की यह रैली राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण मानी जा रही है। भाजपा सांसद धर्मशीला गुप्ता ने दावा किया कि यह जनसभा ऐतिहासिक होगी और विपक्ष को “24 तारीख तक बेहोश” कर देगी।
प्रधानमंत्री के इस दौरे ने बिहार में एनडीए की स्थिति को और मजबूत करने का प्रयास किया, साथ ही विकास और आतंकवाद के खिलाफ उनके संकल्प को रेखांकित किया।[]