प्रेमी के साथ मिलकर सात लोगों की हत्यारी शबनम को फांसी की तैयारी…
निर्भया के दोषियों को फांसी देने वाला पवन जल्लाद अब हत्यारी शबनम का करेगा काम तमाम
- news desk.
प्रेमी को साथ लेकर मां-बाप और भाई-भाभी समेत सात की हत्या करने वाली खलनायिका शबनम रामपुर जेल में आखिरी सांसें पूरी कर रही है। फिलहाल उसे खबर तक नहीं है और उसे फांसी लगाने की तैयारी मथुरा जेल में शुरू की जा चुकी है। इतना ही नहीं, जल्लाद ने फांसी घर का भी मुआयना कर लिया है। आजाद भारत में पहली बार कोई महिला फांसी पर चढ़ने जा रही है। हत्यारी शबनम को भी वह जल्लाद फांसी पर चढ़ाएगा, जिसने निर्भया कांड के दोषियों को फांसी पर लटकाया था। जी हां, शबनम को मथुरा का पवन जल्लाद फांसी पर चढ़ाएगा।
निर्भया कांड के चार दोषियों को फांसी पर लटकाने वाला मेरठ का पवन जल्लाद अब अमरोहा की हत्यारी शबनम को फांसी देने के लिए तैयार है। आजादी के बाद से जो अब तक नहीं हुआ उस काम को पूरा करके पवन जल्लाद अपने नाम एक नया रिकॉर्ड दर्ज करेगा। पवन जल्लाद मथुरा जेल का दौरा भी कर चुका है, जहां पर शबनम को फांसी दी जानी है। फांसीघर का मुआयना कर चुका पवन जल्लाद जैसे ही शबनम को फांसी के तख्ते पर चढ़ाएगा, उसके नाम के साथ आजाद भारत में किसी महिला को फांसी देने का एक नया रिकॉर्ड जुड़ जाएगा।
डेथ वारंट जारी होने पर शबनम को रामपुर जेल से फांसी के लिए मथुरा जेल ले जाया जाएगा। मेरठ का पुश्तैनी जल्लाद पवन भी इसके लिए फांसी घर का मुआयना कर चुका है। फांसी के फंदे के लिए विशेष रस्सी मंगाई गई है, जबकि फंदा बक्सर में तैयार हो रहा है। इतना ही नहीं, पवन जल्लाद ने फांसी घर का मुआयना कर कुछ बदलावों की लिस्ट भी प्रशासन को सौंपी है, जिस पर काम हो रहा है।
बता दें कि 21 मई की तड़के चार बजे पवन जल्लाद ने दिल्ली की तिहाड़ जेल में निर्भया कांड के चार दोषियों को फांसी पर लटकाया था। पवन के नाम अब तक चार फांसी देने का रिकॉर्ड है। उसकी कई पीढ़ियां इस पुश्तैनी काम को करती रही हैं। पवन मेरठ में कांशीराम आवासीय कॉलोनी का रहने वाला है।
अमरोहा की दिल दहलाने वाली घटना
दिल दहला देने वाली घटना अमरोहा जनपद के वाबनखेड़ी गांव में 14 अप्रैल 2008 को हुई थी। प्राइमरी शिक्षक शौकत अली की बेटी शबनम को ही गांव के सलीम से प्यार हो गया था, जिसका अंजाम बेहद खौफनाक बनकर सामने आया था। शबनम ने प्रेमी सलीम के साथ पूरे परिवार को खत्म करने की प्लानिंग कर अमलीजामा पहना दिया था। उसने पिता, मां, भाई, भाभी और मासूम भतीजे समेत सात की हत्या कर देश भर में सनसनी फैला दी थी।
राष्ट्रपति भी खारिज कर चुके हैं दया याचिका
शबनम और सलीम दोनो को फांसी की सजा हो चुकी है। राष्ट्रपति के यहां से दया याचिका भी खारिज कर दी गई है। अब फांसी का इंतजार किया जा रहा है। शबनम को करीब दो साल पहले रामपुर जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। तब से वह रामपुर जेल में ही बंद है, जबकि उसका प्रेमी आगरा की जेल में है। अब शबनम और सलीम को फांसी लगाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। मथुरा की जेल में फांसी दी जानी है, लेकिन रामपुर जेल प्रशासन के पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है। फिलहाल जेल प्रशासन से शबनाम को लेकर कोई पत्राचार नहीं हुआ है, जबकि मथुरा जेल में फांसी की तैयारी की जा रही है, लेकिन शबनम इससे अंजान है। न तो जेल प्रशासन के पास कोई सूचना है और न ही जेल अफसरों ने शबनाम को इस संबंध में कोई जानकारी दी है। इसलिए शबनम फांसी के खौफ से अनजान है।