एमपी लाइन लगा बटेंगी 75000 नौकरियां, झोली में गिरा 20,000 करोड़ का निवेश
इंदौर
मध्य प्रदेश सरकार को प्रौद्योगिकी क्षेत्र में लगभग 20,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं, जिससे राज्य में 75,000 नौकरियां पैदा होने की संभावना है. मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव इंदौर में "मध्य प्रदेश टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव 2025'' में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि ''हमें इस सम्मेलन में लगभग 20,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं. इन प्रस्तावों के क्रियान्वयन से लगभग 75,000 नौकरियां पैदा होंगी.''
500 से अधिक कंपनियों ने लिया कार्यक्रम में भाग
मोह यादव ने कहा कि, ''प्रौद्योगिकी क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में 500 से अधिक कंपनियों ने भाग लिया. इस सम्मेलन के दौरान निवेशकों को एकीकृत सुविधाएं प्रदान करने के लिए एक प्रोत्साहन पोर्टल पेश किया गया. इसके अलावा, राज्य की वैश्विक क्षमता केंद्र नीति, सेमीकंडक्टर नीति, एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग, कॉमिक्स, विस्तारित वास्तविकता नीति और ड्रोन नीति के लिए भी दिशा-निर्देश जारी किए गए.''
6 शहरों में बन रहा आईटी पार्क
मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने घोषणा की कि, ''राज्य सरकार अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी उपक्रमों को बढ़ावा देने के लिए अपनी स्वयं की अंतरिक्ष-तकनीक नीति तैयार करेगी. विभिन्न कंपनियों से राज्य को मिले निवेश प्रस्तावों के आधार पर 6 प्रमुख शहरों में आईटी पार्क विकसित करने का काम शुरू हो चुका है.'' मुख्यमंत्री ने कहा कि, ''आईटी पार्क इंदौर के परदेशीपुरा क्षेत्र में सार्वजनिक-निजी भागीदारी के आधार पर लगभग 250 करोड़ रुपये के निवेश से 3 एकड़ के भूखंड पर विकसित किया जाएगा.''
Tech एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट के नये केंद्र खुलेंगे
CM ने कहा, ''लोकमाता देवी अहिल्या बाई की पावन नगरी में आयोजित IT सेक्टर का यह महाकुम्भ रोजगार के नये अवसरों के सृजन का माध्यम बनेगा. साथ ही स्टार्टअप एवं नवाचारों को प्रोत्साहन देगा. डिजिटल इंफास्ट्रक्चर के विकास में तेजी लाएगा, ग्लोबल इंवेस्टमेंट को आकर्षित करेगा और मध्यप्रदेश को वैश्विक निवेश के गंतव्य के रूप में प्रस्तुत करेगा.'' सीएम ने कहा, ''IT सेक्टर की ग्रोथ से प्रदेश में Tech एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट के नये केंद्र खुलेंगे. हम प्रदेश के युवाओं को विश्वस्तरीय आईटी एजुकेशन एवं डिजिटल स्किल देकर उन्हें रोजगारोन्मुखी बनाने हेतु संकल्पित हैं.''
इससे पहले, सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा कि, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हर क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन हुए हैं, जिससे देश आगे बढ़ रहा है. अब भारत के पारंपरिक दुश्मन पाकिस्तान के लोग भी कह रहे हैं कि अगर मोदी उनके पीएम होते, तो वे इतनी मुश्किलों में नहीं पड़ते." पिछली कांग्रेस सरकारों पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, "1947 में भारत की आजादी के बाद, प्रशासन चलाने के लिए जिम्मेदार लोगों ने देश की क्षमता, योग्यता और उद्यमशीलता का सही इस्तेमाल नहीं किया. इससे देश को नुकसान हुआ है.''
उद्योगों की स्थापना मंदिर निर्माण के समान
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि, ''उद्योगों की स्थापना मंदिर निर्माण के समान है. उद्योग ऐसे मंदिर हैं जो ईश्वरीय आशीर्वाद की तरह श्रम की शक्ति से लाखों लोगों को आजीविका और समृद्धि प्रदान करते हैं. आज के तकनीकी युग में छोटे-छोटे देश भी उल्लेखनीय प्रगति कर रहे हैं और युद्धों के कारण पीछे छूट गए देश उद्यमिता के माध्यम से आगे बढ़ रहे हैं.'' डॉ. यादव ने कहा कि, ''प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम एक बदलते भारत को देख रहे हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से विकास कर रहा है. इंदौर ने औद्योगिक विकास में एक मील का पत्थर स्थापित किया है और आईटी क्षेत्र की राजधानी बन गया है. अतुल पंचशील जैसे उद्यमी इंदौर में असाधारण कार्य कर रहे हैं.''
मुख्यमंत्री ने बताया कि, ''मध्य प्रदेश के पांच प्रमुख शहरों में औद्योगिक पार्क विकसित किए जा रहे हैं. कोरिया जैसे देश, जिनके साथ भारत के गहरे सांस्कृतिक संबंध हैं, भी राज्य में निवेश करने में गहरी रुचि दिखा रहे हैं.'' आज के सम्मेलन में कोरिया और जापान के प्रतिनिधि मौजूद थे. डॉ. यादव ने घोषणा की कि इस सम्मेलन के माध्यम से लगभग 20,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनसे लगभग 75,000 रोजगार सृजित होने की उम्मीद है.