दूसरे चरण मप्र की 6 लोकसभा सीटों के लिए मतदान शुरू, ईवीएम में कैद होगा 80 उम्मीदवारों का भविष्य
दूसरे चरण मप्र की 6 लोकसभा सीटों के लिए मतदान शुरू, ईवीएम में कैद होगा 80 उम्मीदवारों का भविष्य
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण छत्तीसगढ़ 3 लोकसभा सीट पर मतदान शुरू
महाराष्ट्र में विदर्भ और मराठवाड़ा क्षेत्र की आठ लोकसभा सीटों पर मतदान हुए शुरू
भोपाल /रायपुर /जयपुर
भोपाल
मध्य प्रदेश की छह लोकसभा सीटों के लिए शुक्रवार को मतदान होगा। इसमें 80 उम्मीदवारों को सियासी भविष्य ईवीएम में कैद होगा। यहां पिछले लोकसभा चुनाव में औसत मतदान 67.75 प्रतिशत रहा था।
2019 में सभी छह सीटें (टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा और होशंगाबाद) भाजपा ने जीती थीं। पहले चरण के चुनाव में हुए कम मतदान को देखते हुए चुनाव आयोग, भाजपा और कांग्रेस ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने के प्रयास किए हैं।
दूसरे चरण के चुनाव में शामिल सीटों में 2014 की तुलना में 2019 में मत प्रतिशत में सर्वाधिक 16.92 प्रतिशत वृद्धि खजुराहो लोकसभा सीट पर हुई थी। इसके बाद टीकमगढ़ में 16.42, दमोह में 10.52, होशंगाबाद में 8.41, सतना में 8.3 और रीवा में 6.65 प्रतिशत मतदान अधिक रहा था।
पहले चरण में हुए कम मतदान से गड़बड़ाए राज्य के औसत मतदान में सुधार के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने बूथ लेवल आफिसरों को घर-घर भेजा तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी से लेकर भाजपा के सभी नेताओं ने मतदाताओं से अपने मताधिकार उपयोग अवश्य करने की अपील भी की है। इस चरण में एक करोड़ 11 लाख 62 हजार 460 मतदाता हैं। शेष मतदाताओं को भी पर्ची उपलब्ध करवाई जा रही हैं।
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण छत्तीसगढ़ 3 लोकसभा सीट पर मतदान शुरू
राजनांदगांव
छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण का रण मतदान की तरफ बढ़ चुका है. प्रदेश की तीन लोकसभा सीटों पर 26 अप्रैल शुक्रवार को मतदान है. इनमें कांकेर, राजनांदगांव और महासमुंद लोकसभा की सीटें हैं. पूरे देश की बात करें तो दूसरे चरण के चुनाव में कुल 13 राज्यों की 88 सीटों पर मतदान है. जिसमें कुल 1202 उम्मीदवार मैदान में हैं. छत्तीसगढ़ में 41 उम्मीदवारों का फैसला सेकेंड फेज के चुनाव के तहत शुक्रवार को होगा.
सेकेंड फेज में कितने उम्मीदवार
दूसरे चरण के तहत कितने उम्मीदवारों के बीच फाइट: दूसरे चरण के तहत छत्तीसगढ़ में कुल 41 उम्मीदवारों के बीच फाइट है. इसमें भूपेश बघेल, संतोष पांडेय और ताम्रध्वज साहू जैसे दिग्गज नेताओं के किस्मत का फैसला होगा. महासमुंद में 17, राजनांदगांव में 15 और कांकेर में नौ उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं.
छत्तीसगढ़ लोकसभा चुनाव का दूसरा चरण
सेकेंड फेज में छत्तीसगढ़ में कितने मतदाता: सेकेंड फेज में छत्तीसगढ़ में कुल 52,84,938 मतदाता हैं. जिसमें 26,05,350 पुरुष वोटर्स हैं. जबकि 26,79,528 महिला वोटर्स हैं. थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 60 है. दिव्यांग मतदाताओं (विकलांग लोगों) की संख्या 51,306 है और सेवा मतदाताओं की संख्या 7,363 है.तीनों निर्वाचन क्षेत्रों में 6,567 मतदान केंद्र बनाए गए हैं और उनमें से 458 को संवेदनशील घोषित किया गया है. राजनांदगांव लोकसभा सीट के मोहला-मानपुर विधानसभा क्षेत्र के बूथों पर मतदान का समय सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक है, जबकि क्षेत्र के शेष स्थानों पर सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होगा.इसी तरह कांकेर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर और केशकाल विधानसभा सीटों पर मतदान का समय सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक है, जबकि इस सीट के बाकी स्थानों पर सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक वोट डाले जा सकेंगे. महासमुंद संसदीय क्षेत्र की बिंद्रानवागढ़ विधानसभा सीट के अंतर्गत नौ मतदान केंद्रों पर मतदान का समय सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक है, जबकि बाकी जगहों पर सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा.
कांकेर का रण
कांकेर लोकसभा सीट की लड़ाई: उत्तर बस्तर जिला कांकेर छत्तीसगढ़ की सबसे अहम लोकसभा सीट है. 26 अप्रैल को इस सीट पर मतदान की तैयारियां पूरी कर ली गई है. कांकेर लोकसभा सीट के कई इलाके नक्सल प्रभावित क्षेत्र में आते हैं. जहां मतदान दलों को हेलीकॉप्टर से रवाना किया गया है. इस सीट पर बीजेपी के भोजराज नाग और कांग्रेस के बीरेश ठाकुर के बीच मुख्य मुकाबला है. साल 2019 के नतीजों की बात करें तो यह सीट बीजेपी के पास थी. यहां से मोहन मंडावी ने जीत दर्ज की थी.
कांकेर लोकसभा सीट पर कितने मतदान केंद्र: कांकेर लोकसभा सीट पर 727 मतदान केंद्र हैं. इन वोटिंग सेंटर्स में 285 मतदान केंद्र नक्सल प्रभावित हैं. जबकि 56 वोटिंग सेटंर्स सेंसेटिव हैं. इन सबमें 9 वोटिंग सेंटर्स हाइली सेंसेटिव हैं. मतदान से एक दिन पहले इस लोकसभा सीट के 9 अति संवेदनशील मतदान केंद्रों पर मतदान दलों को हेलीकॉप्टर से पहुंचाया गया है. कांकेर में कुल 377 सामान्य मतदान केंद्र हैं.
कांकेर लोकसभा सीट के सियासी मुद्दे: कांकेर लोकसभा सीट के सियासी मुद्दों की बात करें तो यहां नक्सलवाद सबसे बड़ा मुद्दा है. उसके बाद विकास और रोजगार सबसे बड़ा मुद्दा है. यही वजह है कि चुनाव प्रचार में नक्सलवाद का मुद्दा यहां छाया रहा.
महासमुंद का महासमर
महासमुंद लोकसभा सीट के बारे में जानिए: महासमुंद लोकसभा सीट में कुल तीन जिले शामिल हैं. इन जिलों में धमतरी, गरियाबंद और महासमुंद आता है. जबकि विधानसभा सीटों की बात करें तो इस लोकसभा सीट पर कुल आठ विधानसभा सीटें आती हैं. जिसमें सरायपाली, खल्लारी, धमतरी, बिंद्रानवागढ़, महासमुंद, बसना, राजिम और कुरुद शामिल है.
महासमुंद लोकसभा सीट पर किसके बीच टक्कर: महासमुंद लोकसभा सीट पर बीजेपी ने रुप कुमारी चौधरी को मैदान में उतारा है. जबकि कांग्रेस ने दिग्गज नेता ताम्रध्वज साहू को टिकट दिया है. ताम्रध्वज साहू बघेल सरकार में गृह मंत्री भी रह चुके हैं. महासमुंद सीट पर 51 फीसदी मतदाता ओबीसी वर्ग से आते हैं. अन्य पिछड़ा वर्ग के वोटर्स में साहू, कुर्मी, अघरिया, यादव और कोलता समाज आता है. जबकि एसटी वोटर्स की बात करें तो यहां उनकी संख्या 20 फीसदी है. एससी वर्ग के वोटरों की संख्या 11 फीसदी है. जबकि अन्य मतदाता यहां 12 फीसदी है. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां से बीजेपी के चुन्नीलाल साहू ने जीत दर्ज की थी.
राजनांदगांव की सियासी फाइट
राजनांदगांव लोकसभा सीट के बारे में जानिए: छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण की फाइट में जिस तीसरी सीट की सबसे ज्यादा चर्चा है, वो सीट राजनांदगांव है. इस सीट पर बीजेपी के संतोष पांडेय और कांग्रेस के भूपेश बघेल के बीच मुकाबला है. दोनों ही दिग्गज नेता है. संतोष पांडेय यहां से सिटिंग एमपी हैं जबकि भूपेश बघेल पूर्व सीएम हैं और दुर्ग के पाटन से विधायक हैं. इसलिए राजनांदगांव की सीट सबसे हॉट सीट मानी जा रही है. राजनांदगांव लोकसभा सीट का अभी भी कई हिस्सा नक्सल प्रभावित है. इस क्षेत्र में विकास और रोजगार के मुद्दे पर हर बार चुनाव लड़ा जाता है. राजनांदगांव लोकसभा सीट पर 1999 से बीजेपी का कब्जा है. राजनांदगांव में शामिल विधानसभा सीटों में राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, मोहला मानपुर, डोंगरगढ़, खैरागढ़, कवर्धा और पंडरिया शामिल है. वर्तमामन में यह सीट बीजेपी के संतोष पांडेय के पास है.
महाराष्ट्र में विदर्भ और मराठवाड़ा क्षेत्र की आठ लोकसभा सीटों पर मतदान हुए शुरू
मुंबई
महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में विदर्भ क्षेत्र की पांच और मराठवाड़ा की तीन सीटों पर 26 अप्रैल को होने वाले मतदान के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है।जिन आठ संसदीय सीटों पर मतदान होंगे , उनमें विदर्भ क्षेत्र की बुलढाणा, वाशिम-येवतमाल, अकोला, अमरावती और वर्धा तथा मराठवाड़ा क्षेत्र के नांदेड़, हिंगोली एवं परभणी शामिल हैं। इन क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी कर दी गयी। आज सुबह जिला और तालुका मुख्यालयों से निर्वाचन क्षेत्रों के संबंधित चुनाव अधिकारियों को चुनाव सामग्री वितरित की गयी।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि चुनाव प्रचार के दौरान इन पांच जिलों से किसी अप्रिय घटना की रिपोर्टें नहीं है।
प्रदेश चुनाव आयोग के मुताबिक दूसरे चरण में राज्य से कुल 204 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं जिनके भाग्य का फैसला 1.49 करोड़ मतदाता करेंगे। मतदान के लिए कुल 16,589 मतदान केंद्र स्थापित किये गये हैं।
विदर्भ और मराठवाड़ा क्षेत्र की आठों सीट पर महायुति और महाविकास अघाड़ी के बीच सीधा मुकाबला है। वहीं वंचित बहुजन अगाढ़ी के उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में हैं।
चुनाव प्रचार के दौरान प्रमुख राजनीतिक दलों के लगभग सभी शीर्ष नेताओं ने दोनों क्षेत्रों में बैक-टू-बैक रैलियां और रोड शो किये हैं, जिनमें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ,पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे , कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले , राज्य के उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस, , वीबीए प्रमुख प्रकाश अम्बेडकर सहित अन्य लोगों के अलावा बॉलीवुड अभिनेता गोविंदा भी शामिल रहे। हाल ही में शिवसेना (शिंदे गुट) में शामिल हुए गोविंदा ने बुलढाणा में रोड शो में हिस्सा लिया है।