नवजात बालिका का शव खा गए दो कुत्ते, सिर्फ पैर बचे… बूंदी जिला अस्पताल में भाजपा ने किया प्रदर्शन…
इम्पैक्ट डेस्क.
बूंदी से एक दर्दनाक मामला सामने आया है। बूंदी अस्पताल में दो कुत्ते एक मृत नवजात शिशु को नोंचकर खा गए। जब तक पुलिस पहुंची, तब तक कुत्ते शव को पूरा खा गए थे। नवजात के सिर्फ दौ पैर ही बचे। सूचना पर बाल कल्याण समिति और कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और मृत शिशु के पैर मोर्चरी में रखवाया।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार गेंडोली थाना के महुआ का देवजी थाना गांव की कालबेलिया महिला गुड्डी बाई को प्रसव पीड़ा होने पर बुधवार को जनाना अस्पताल में भर्ती कराया गया। महिला ने गुरुवार रात को मृत बालिका को जन्म दिया। जिसके बाद डॉक्टरों ने कागजी कार्रवाई कर रात के करीब दो बजे नवजात शिशु का शव सौंप दिया। परिजनों के अनुसार उन्होंने अस्पताल परिसर के पीछे झाड़ियों में रात के करीब तीन बजे गड्ढ़ा खोदकर शव दफना दिया। अस्पताल के बाहर सुबह राहगीरों ने दो कुत्तों को मृत शिशु के शरीर के ऊपरी हिस्से को मुंह में लेकर घूमते देखा। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और कुत्तों के मुंह से बच्ची के शव को छुड़ाया। हालांकि, तब तक कुत्ते बच्ची के पैर के ऊपर तक का पूरा हिस्सा खा चुके थे।
सूचना पर बाल कल्याण समिति अध्यक्ष सीमा पौद्दार और कोतवाली थाना प्रभारी सहदेव मीणा मौके पर पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों से जानकारी जुटाई। चिकित्सकों की मदद से पुलिस ने परिजनों को बुलाया। बाद में शव के पैर को मोर्चरी में रखवाया गया। पोस्टमार्टम कराकर पुलिस ने परिजनों को शव सौंप दिया।
सीआई ने बताया कि प्रसूता के पति ने रिपोर्ट दी है। मामले में जांच की जारी है। पुलिस के अनुसार परिजन मृत नवजात शिशु को दफनाने के बजाया यूं ही कपड़े में लपेटकर झाड़ियों के यहां रखकर चले गए। तभी कुत्ते ने आसानी से नवजात को लेकर चले गए। पुलिस ने डॉक्टरों से संपर्क कर परिजनों को ढूढ़ा। अस्पताल परिसर में नवजात को दफनाने का मामला गलत है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
वहीं भाजपा कार्यकर्ताओं ने मामले को लेकर पीएमओ का घेराव कर दिया। नेता रूपेश शर्मा ने कहा कि पुलिस प्रशासन राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों में लगा है। प्रदेश की जनता के साथ हो रहे अत्याचारों पर कोई ध्यान नहीं है। चिकित्सा व्यवस्थाएं पटरी से उतरी हुई है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हुआ तो अस्पताल के ताले लगा दिए जाएंगे।