संपर्क केन्द्र से जिलेवासियों को मिल रहा है लाभ, कर्नाटक में फंसे 8 श्रमिक बंधु को कराया गया मुक्त
रायपुर
बलौदाबाजार कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देशन में जिले में आम जनता के समस्याओं के त्वरित निराकरण हेतु नवाचारी पहल अंतर्गत संयुक्त जिला कार्यालय में संपर्क केन्द्र +91-92018-99925 स्थापना की गई है। जिसके अब सकारात्मक परिणाम मिलने लगे है संपर्क केन्द्र के माध्यम से फोन एवं वाट्सएप के जरिए विभिन्न विभागों से संबंधित 97 आवेदन प्राप्त हुए है। जिसमें से 60 आवेदनों का त्वरित निराकरण किया गया है। साथ ही बचे हुए 37 आवेदनों को समय-सीमा में दर्ज कर निराकरण किया जा रहा है।
इसके अतिरिक्त गांवों की समस्याओं को जानने एवं राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान करने हेतु विषय विशेषज्ञों द्वारा 37 गांवों के जनप्रतिनिधियों के साथ सीधा संवाद स्थापित किया जा चुका है। जिसमें गांव वाले भी अलग से समस्याओं के बारे में जानकारी दर्ज कराएं है। आज संपर्क केन्द्र के माध्यम से दो भाईयों के बीच आपसी सुलह कर धान बोनस की राशि का बटवारा कराया गया। भाटापारा विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम बोरसी के निवासी दो सगे भाई रामप्रसाद वर्मा एवं तिलकराम वर्मा के बीच आपसी समझौता कराया गया। रामप्रसाद वर्मा ने 20 अगस्त को संपर्क केन्द्र में फोन करके अपने भाई तिलक वर्मा के बैंक खाते में 2014-15 तथा 2015-16 के बोनस राशि जो दिसम्बर 2023 को जारी किया गया था उनके द्वारा फौत होने के पश्चात प्रदान नहीं किया जा रहा था। संपर्क केन्द्र के माध्यम से समन्वय स्थापित कर तिलकराम वर्मा से आज छोटे भाई रामप्रसाद वर्मा को 46 हजार रुपए प्रदान करवाते हुए आवेदन का निराकरण किया गया।
इसी तरह कसडोल विकासखण्ड के ग्राम मोहतरा के निवासी बलराम कर्ष द्वारा कर्नाटक राज्य के जिला कोलर में ईंट भ_ा में 8 लोगों की बंधक बनाने की सूचना दी गई। जिस पर संपर्क केन्द्र के माध्यम से तत्काल कार्रवाई करते हुए उन्हें श्रम विभाग के द्वारा समन्वय स्थापित कर 28 अगस्त को सकुशल घर वापसी कराई गई है। बलराम कर्ष ने इसके लिए जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए राज्य शासन को भी धन्यवाद ज्ञापित किया है। उन्होनें बताया कि मेरे अतिरिक्त शारदा, आर्यन, मोहित, जीतराम, संतोषी, विशाल, अनिरूध्द शामिल थे।
इसी तरह पलारी विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम लुटुडीह निवासी डोमार कुर्रे ने अपने भाई अश्वनी कुर्रे की कोविड से निधन होने के पश्चात मुआवजा राशि नहीं मिलने के संबंध में दिनांक 9 अगस्त को संपर्क केन्द्र में आवेदन दर्ज कराया गया जिस पर कार्रवाई करते हुए 14 अगस्त को तहसीलदार के द्वारा उनके खाते में 50 हजार रुपए राशि प्रदान किया गया।