गोरखा के भारतीय सेना जॉइन नहीं करने से उत्तराखंड में खुकरी बिजनस पर पड़ा बुरा असर
देहरादून बहादुरी का प्रतीक माने जाने वाले गोरखा अब भारतीय सेना जॉइन नहीं कर रहे हैं। बीते 4 सालों के दौरान इस संख्या में गिरावट आई है। पहले कोविड और फिर अग्निपथ स्कीम को इसकी वजह माना गया। फिलहाल करीब 32 हजार गोरखा (39 बटालियन) भारतीय सेना की सात गोरखा रेजिमेंट का हिस्सा हैं। हालांकि भारतीय सेना में उनकी संख्या लगातार कम हो रही है। इस पूरे घटनाक्रम का सीधा असर उत्तराखंड में बसे खुखुरी बनाने वालों को हो रहा है। चाकूनुमा खुकरी को गोरखाओं का पारम्परिक हथियार माना जाता
Read More