Madhya Pradesh

पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के विदेश दौरे को लेकर हमला बोला

भोपाल

पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के विदेश दौरे को लेकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि “सीएम मोहन यादव लंदन जाकर भी केवल राम और लक्ष्मण की ही बात करेंगे। विदेश में भी धर्म की बात करेंगे। इन्वेस्ट को लेकर मध्यप्रदेश सरकार की कोई रणनीति नहीं। इस पर भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस का सनातन विरोधी चेहरा एक बार फिर सामने आ गया।”

‘दो शिफ्ट में तबादला उद्योग चल रहा’
जीतू पटवारी ने कहा कि “बीजेपी राज में दो शिफ्ट ने तबादला उद्योग चल रहा है। प्रदेश में 10 महीने में महीने में 68 बार तबादले हुए हैं जिसमें 73 फीसदी IPS अधिकारी का ट्रांसफर हुआ। वल्लभ भवन में अधिकारी सवालों के माफिया बन गए। 14 मार्च 2 बजे 37 IPS अधिकरियों के तबादले हुए। रात 1 बजे से 2 बजे के बीच तबादले किये जाते हैं। राहुल लोढ़ा को देर रात हटाया गया क्योंकि उन्होंने बीजेपी नेताओं पर कार्रवाई की। दिल्ली तक तबादलो का धंधा चल रहा है।”

रोज 100 करोड़ का कर्ज ले रही सरकार
पटवारी ने आगे कहा, “एमपी में छोटे छोटे समिट हों रहे हैं जिसमे कम पैसे खर्च होते थे। ज्यादा पैसे खर्च करने अब सीएम लंदन जा रहे है। किसानों के लिए भी कुछ नही किया जा रहा है। 6 हजार समर्थन मूल्य पर किसानों से फसल नही खरीदी जा रही है। सरकार रोज 100 करोड़ का कर्ज ले रही है।”

‘कांग्रेस का सनातन विरोधी चेहरा सामने आ गया’
जीतू पटवारी के सीएम को लेकर दिए गए बयान पर भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा, “एक बार फिर कांग्रेस का राम विरोधी, सनातन विरोधी चेहरा आ गया है। हम सनातन को मानने वाले लोग हैं। यदि विदेश की धरती पर जा रहे हैं तो वहां राम कृष्ण और शिव की ही जय जयकार करेंगे। लेकिन कांग्रेस को सनातन रास नहीं आता है। यही कारण है कि उनके नेता इस तरह के बयान देते हैं। आप समझ जाइए कि जब सत्ता से बाहर है तब उनके इस तरह के बयान हैं। अगर सत्ता में होते तो क्या करते?”

हिमाचल, तेलंगाना में कांग्रेस के दलालों के इशारे पर होते हैं ट्रांसफर?
एमपी में ट्रांसफर उद्योग चलाने के आरोपों पर आशीष अग्रवाल ने कहा, “जिसकी जैसी नजर होती है उसको उसी तरह के नजारे नजर आते हैं। जीतू पटवारी यह बताएं कि कांग्रेस की भी हिमाचल, तेलंगाना सहित अन्य राज्यों में सरकार है। वहां पर भी बड़े स्तर पर ट्रांसफर होते हैं। क्या यह भी कांग्रेस के दलालों के इशारे पर होते हैं? 15 महीने की कमलनाथ सरकार में वल्लभ भवन को दलाली का अड्डा बना दिया था। कांग्रेस मध्य प्रदेश को लगातार बदनाम करने का प्रयास कर रही है।