कोलकाता रेप-मर्डर केस में मां ने बताया आंखों देखा हाल- पैंट खुली थी और शरीर पर सिर्फ एक कपड़ा
कोलकाता.
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला ट्रेनी डॉक्टर से रेप और मर्डर का मामला गरमाया हुआ है। इसे लेकर सिर्फ बंगाल ही नहीं देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इस बीच महिला ट्रेनी डॉक्टर की मां ने एएनआई से बात की। उन्होंने बताया कि हॉस्पिटल से फोन आया था कि बेटी की तबीयत खराब है, फिर कहा उसने आत्महत्या कर ली है, जब मैं हॉस्पिटल पहुंची तो पहले तो डेड बॉडी को देखने नहीं दिया और फिर जब इजाजत मिली और देखा तो उसकी पैंट खुली थी, शरीर पर सिर्फ एक कपड़ा था। हाथ टूटा पड़ा था और मुंह तथा आंखों से खून निकल रहा था। उन्होंने कोलकाता पुलिस के काम पर भी असंतोष जताया और कहा कि ऐसा लगता है कि सीएम ममता बनर्जी विरोध रोकने की कोशिश कर रही हैं।
महिला ट्रेनी डॉक्टर की मां का कहना है कि अस्पताल प्रशासन का उनकी बेटी की मौत को लेकर रवैया बिल्कुल भी ठीक नहीं रहा। उन्होंने बताया कि जब हमने अस्पताल प्रशासन के आधी-अधूरी बात की। सिर्फ कि आपकी बेटी की तबीयत खराब है और फोन काट दिया। जब जवाब में हमने दोबारा कॉल किया तो सामने वाले ने खुद को असिस्टेंट बताया और कहा कि आपकी बेटी गुरुवार को ड्यूटी पर थी और उसने आत्महत्या कर ली है। हम शुक्रवार रात 10.53 बजे के आसपास अस्पताल पहुंचे तो पहले हमें डेड बॉडी नहीं देखने दिया।
उन्होंने आगे बताया कि “जब आधी रात 3 बजे हमें बेटी को देखने की परमिशन मिली तो अंदर का नजारा देख हमारे पैरों तले जमीन खिसक गई। उसकी पैंट खुली थी, शरीर पर सिर्फ एक कपड़ा था। हाथ टूटा पड़ा था और मुंह तथा आंखों से खून निकल रहा था। उसे देखकर ऐसा लग रहा कि किसी ने हमारी बेटी को मार डाला है। मैंने उनसे कहा कि यह आत्महत्या नहीं है, हमने अपनी बेटी को डॉक्टर बनाने के लिए बहुत मेहनत की थी और उसकी हत्या कर दी गई।”
पुलिस ने सही काम नहीं किया, ममता पर भी सवाल
उन्होंने कहा, "सीएम ममता बनर्जी ने कहा था कि अपराधी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ है। एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। मुझे यकीन है कि इस घटना में कई और लोग शामिल हैं। मुझे लगता है कि घटना के लिए पूरा विभाग जिम्मेदार है। पुलिस ने बिल्कुल भी अच्छा काम नहीं किया। मुझे लगता है कि मुख्यमंत्री विरोध को रोकने की कोशिश कर रही हैं, उन्होंने आज यहां धारा 144 लगा दी ताकि लोग विरोध न कर सकें।"
कोलकाता पुलिस पर उनका कहना था, "उन्होंने हमारे साथ बिल्कुल भी सहयोग नहीं किया, उन्होंने केवल मामले को जल्द से जल्द रफा-दफा करने की कोशिश की। उनकी कोशिश थी कि जल्द से जल्द पोस्टमॉर्टम कराकर शव को हटा दिया जाए।"