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लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा चेहरा परिवर्तन का फार्मूला अपनाने पर विचार कर रही, 29 फरवरी तक जारी होगी पहली सूची

 रायपुर
लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा चेहरा परिवर्तन का फार्मूला अपनाने पर विचार कर रही है। इस फार्मूले पर काम हुआ तो प्रदेश की आधी लोकसभा सीटों पर नए चेहरे देखने को मिलेंगे। सूत्रों के अनुसार इस चुनाव में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की पसंद के अनुसार प्रत्याशी तय होंगे। प्रदेश में मु़ख्यमंत्री विष्णुदेव साय संघ की पृष्ठभूमि वाले नेता हैं इसलिए इस सरकार में संघ पहले से अधिक मजबूती के साथ सत्ता-संगठन के साथ समन्वय कर रहा है। लिहाजा संघ का दबदबा लोकसभा के प्रत्याशी चुनने में भी रहेगा। सूत्रों के अनुसार कुछ सीटों पर एक ही प्रत्याशी के नाम पर मुहर लग चुकी है और कुछ सीटों पर नामों के पैनल पर अंतिम विचार करना बाकी है।

शनिवार को दिल्ली में हुई लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर भाजपा की बैठक में अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अलग-अलग राज्यों के प्रभारी नेताओं के साथ विचार-विमर्श किया। इस दौरान उन्होंने चुनावी अभियान और जनसंपर्क कार्यक्रमों की समीक्षा की। पार्टी 29 फरवरी को पार्टी पहली सूची जारी कर सकती है। इसमें देशभर में 100 प्रत्याशियों के नाम सार्वजनिक कर सकती है।

इनमें छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों में से पांच सीटों पर नाम पहले घोषित किए जाएंगे। खासकर प्रदेश की हारी हुई सीटों पर भाजपा का फोकस है। पिछले 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा कोरबा और बस्तर की सीट हार गई थी। प्रदेश की 11 में से नौ लोकसभा सीटों पर भाजपा की जीत हुई थी दो सीटें कांग्रेस के खाते में आई थीं। बतादें कि भाजपा ने विधानसभा चुनाव में अपने चार लाेकसभा सदस्यों में अरुण साव, विजय बघेल, गोमती साय और रेणुका सिंह को विधानसभा का चुनाव लड़ाया थ। इनमें विजय बघेल को छोड़कर बाकी तीन लोकसभा सदस्यों ने चुनाव में जीत दर्ज की थी।

जानें इन सीटों पर दावेदारों का समीकरण
दुर्ग: पार्टी सूत्रों के अनुसार दुर्ग से लोकसभा सदस्य विजय बघेल को पार्टी दोबारा मैदान में उतार सकती है। विधानसभा चुनाव 2023 में भी पार्टी ने उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सामने मैदान में उतारा था। विजय दमदारी के साथ चुनाव लड़े, हालांकि वह चुनाव हार गए थे।

कोरबा: भाजपा पिछले चुनाव में यह सीट हार गई थी। सूत्रों के अनुसार इस पर इस सीट से पूर्व राज्यसभा सदस्य रहीं सरोज पांडेय को पार्टी मैदान में उतारने पर विचार कर रही है।

राजनांदगांव: इस सीट में अभी भाजपा से लोकसभा सदस्य संतोष पांडेय हैं। उनकी टिकट कटने की स्थिति में पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह पर फिर दांव खेल सकते हैं।

बिलासपुर: बिलासपुर लोकसभा सीट अभी रिक्त है। यहां भाजपा के अरुण साव लोकसभा सदस्य रहे। उप मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने लोकसभा की सदस्यता से त्याग पत्र दे दिया। उनकी जगह इस बार राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ जुड़े डा. विनोद तिवारी, पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल, विश्व हिंदू परिषद के डा. ओम माखीजा चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि यहां शील साहू, भूपेंद्र सवन्नी, रजनीश सिंह के नाम चर्चा में सामने आए हैं।

जांजगीर-चांपा: इस सीट में भाजपा एक बार कमला पाटले को टिकट दे सकती है। पिछली बार उनकी टिकट काटी गई थी। वह लोकसभा सदस्य रह चुकी हैं। अभी इस सीट से भाजपा के लोकसभा सदस्य गुहाराम अजगले हैं।

सरगुजा: यहां पिछली बार भाजपा की रेणुका सिंह लोकसभा सदस्य चुनी गई थीं। इस बार रेणुका विधानसभा चुनाव 2023 में विधायक बन चुकी हैं। उनकी जगह भाजपा के नेता विजय नाथ सिंह को भाजपा मैदान में उतार सकती है, जो कि संघ के करीबी हैं। हालांकि इस सीट पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राम सेवक पैकरा का नाम भी चल रहा है। इसके अलावा भाजपा नेता रामलखन पैकरा भी प्रबल दावेदार हैं। ये सरगुजा भाजपा के जिला मंत्री हैं। ये भी संघ के करीबी हैं। कमलभान सिंह के नाम की भी चर्चा है।

बस्तर: इस सीट से भाजपा के पूर्व लोकसभा सदस्य दिनेश कश्यप, रूप सिंह मंडावी के नाम की चर्चा है। महिलाओं में कोंडागांव की विधायक लता उसेंडी, दंतेवाड़ा के पूर्व विधायक दिवंगत भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी के नाम की भी चर्चा है।

कांकेर: कांकेर से वर्तमान लोकसभा सदस्य मोहन मंडावी व भाजपा नेता हीरा मरकाम की दावेदारी चल रही है।

रायपुर: वर्तमान के लोकसभा सदस्य सुनील सोनी को टिकट मिल सकती है। कोई बड़ा उलटफेर हुआ तो इस सीट पर संघ के प्रांत संघचालक डा. पूर्णेंदु सक्सेना, भाजपा के महामंंत्री संजय श्रीवास्तव व भाजपा प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता के नाम की चर्चा है।