लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शार्प शूटर के सामने बेबस नजर आया प्रशासन, लौटे खाली हाथ
सोनीपत
हरियाणा की नायब सरकार भी उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की तर्ज पर गैंगस्टरों के अवैध कब्जों पर पीला पंजा चलाने की मुहिम चलाए हुए है। लेकिन हरियाणा के सोनीपत में एक ऐसी घटना घटित हुई जिसे सुनकर आप दंग रह जाएंगे। दरअसल लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर अक्षय पलड़ा के मकान को ध्वस्त करने के लिए जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची थी। लेकिन प्रशासन यहां बेबस नजर आया। क्योंकि गैंगस्टर के घर को ध्वस्त करने के लिए उसे जेसीबी ही नहीं मिली। इस घटना के बाद प्रशासन की किरकिरी हो रही है। अब इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिरकार बिना बंदोबस्त टीम गई ही क्यों थी।
वापस लौटी टीम
बता दें कि हरियाणा के टॉप गैंगस्टर और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शार्प शूटर अक्षय पलड़ा का मकान गांव की पंचायती जमीन पर बना हुआ है। इसको अवैध करार देते हुए आज पंचायती विभाग के आदेशों के अनुसार जिला प्रशासन पुलिस के दलबल के साथ गांव पलड़ा में बने मकान को जमींदोज करने पहुंची। लेकिन जिला प्रशासन की टीम के पास मकान को गिराने के लिए कोई भी बंदोबस्त नहीं था। काफी घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद भी जिला प्रशासन सड़कों पर घूमकर जेसीबी मशीन का बंदोबस्त नहीं कर पाई और वापिस लौट आई।
गैंगस्टर के खौफ से नहीं दी JCB
इस घटना को देखकर ऐसा लग रहा है कि गैंगस्टर अक्षय पलड़ा का मकान गिराने का नाम सुनते ही किसी भी जेसीबी मालिक और चालक ने ये जहमत नहीं उठाई कि वो उसका मकान तोड़ सके। अक्षय पलड़ा का मकान को तोड़ने गए ग्राम सचिव विकास ने बताया कि आज हम यहां पर कब्जा कार्रवाई करने आए थे। लेकिन जेसीबी नहीं मिली तो वापिस जा रहे है।