जहां-जहां मोबाईल नेटर्वक वहां-वहां पढ़ई तुंहर दुवार के माध्यम से बच्चों को पढ़ाया जा रहा…
इम्पेक्ट न्यूज. सुकमा।
कोरोना वायरस व लाक डाउन के कारण पिछले कई महिनों से शैक्षणिक संस्थाएं बंद है। ऐसे में शासन ने घर बैठे बच्चों को पढ़ाने के लिए पढ़ई तंुहर दुवार योजना की शुरूआत की। जिन इलाकों में मोबाइल नेटर्वक है उन इलाकों में बच्चों को इस योजना के माध्यम से पढ़ाया जा रहा है।
नोडल अधिकारी आशीष राम ने बताया कि ‘‘पढ़ई तुंहर दुवार‘‘ के माध्यम से इस कोरोना काल में सुकमा विकासखण्ड के शिक्षकों द्वारा आनलाईन कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। छ0ग0 शासन की आनलाईन अध्यापन के योजना ‘‘पढई तंहर दुवार‘‘ के तहत सुकमा विकासखण्ड में कोरोना महामारी के दौरान कुल 250 स्कूलों मे से 227 स्कूलों को वर्चुअल संस्था के रूप में पंजीकृत किया गया है, जिसमें 588 शिक्षक एवं 2695 बच्चों का पंजीयन किया जा चुका है, अभी वर्तमान में 40 प्राथमिक 27 माध्यमिक एवं 18 हाई स्कूल व हायर सेकेण्डरी स्कूल कुल 85 स्कूलों के बच्चे जो नेटवर्क में हैं, आॅनलाईन अध्यापन का लाभ उठा रहे हैं।
विगत 13 मार्च से छ0ग0 के सभी स्कूल काॅलेज बंद हैं लाॅकडाउन के वजह से बच्चों की पढ़ाई के स्तर में गिरावट होने की संभावनाओं को देखते हुये, राज्य शासन द्वारा चलाये जा रहे ‘‘पढ़ई तुंहर दुवार‘‘ आॅन लाईन शिक्षण के माध्यम से शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों का स्तर सुधारने एवं शैक्षणिक विकास में सहयोग के उद्देश्य से इस पद्धति को सुकमा विकासखण्ड के ग्रामीण अंचलों में जहाॅ तक मोबाईल नेटवर्क की सुविधा है पहूॅचाने का प्रयास किया जा रहा है।
जिले के तीनों विकासखण्ड, प्राचार्यगण एवं समस्त शिक्षकों की सामुहिक प्रयास से ‘‘पढ़ई तुंहर दुवार‘‘ कार्यक्रम को बच्चों के घर तक पहूचाने की कोशीश की जा रही है। जिसमें सफलता भी मिल रही है। आज सुकमा अंचल क्षेत्र के बच्चे भी मोबाईल के माध्यम से आॅनलाईन कक्षाओं में शामिल हो रहे हैं। बच्चों के साथ-साथ पालकों में भी आॅनलाईन कक्षाओं के प्रति उत्सुकता देखी जा रही है।
इम्पेक्ट से चर्चा करते हुए कलेक्टर चंदन कुमार ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार पढ़ई तुंहर दुवार कार्यक्रम के माध्यम से बच्चो को पढ़ाने का काम किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में काफी संख्या में बच्चे भाग ले रहे है। जिले के तीनों ब्लाक में इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिससे काफी बच्चे लाभांवित हो रहा है।