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CM भूपेश बोले- रमन बताएं 10 क्विंटल धान खरीदी का निर्णय किसका था, बोनस किसने रोका, किसानों को क्यों ठगा?…

इम्पैक्ट डेस्क.

बीजेपी ने साल 2013 में ये संकल्प लिया था कि हम किसानों का एक-एक दाना धान खरीदेंगे। 2014 में डबल इंजन की सरकार ने फैसला लिया कि 10 क्विटल ही धान प्रति एकड़ खरीदेंगे। भारतीय जनता पार्टी ये कहती है कि केंद्र केंद्र सरकार खरीदती है, तो रमन सिंह यह बताएं कि 10 क्विंटल धान खरीदी करने का निर्णय किसका था। क्यों उस समय एक-एक दाना धान नहीं खरीदा गया? किसके कहने से रोका गया? बोनस किसके कहने से रोका। आपने तो हर साल बोनस देने की बात कही थी। चुनाव के पहले बोनस और चुनाव के बाद खत्म। इसलिए किसानों ने 2018 में 15 साल की सरकार को 15 सीटों पर समेट दिया। अब तो 13 रह गए हैं। बीजेपी अब झूठ मत बोले।  बीजेपी बहुत झूठ बोल चुकी। अब झूठ के सहारे आप जनता किसानों के बीच में नहीं जा सकते।  हर वर्ग को ठगने का काम रमन सिंह ने किया है। ये बातें सीएम भूपेश बघेल ने बालोद जिला रवाना होने से पहले पुलिस परेड ग्राउंड हेलीपेड में कहीं। 

उन्होंने कहा कि 2 साल बोनस और 3 साल खोनस। इस नीति पर रमन सिंह चलें रमन सिंह लगातार किसानों को ठग रहे हैं। किसानों को बार-बार नहीं ठग सकते। छत्तीसगढ़ के किसानों ने उन्हें बहुत मौका दिया। जैसे ही हमने प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदने की बात की। वह श्रेय लेने के लिए कूद पड़े। आरोप लगाया कि रमन सिंह ने 15 साल में ऐसा कोई सगा नहीं। जिसको रमन ने ठगा नहीं। सब को ठगने का काम किया है। किसानों, मजदूरों, आदिवासियों, गरीबों, युवाओं, व्यापारियों सबको ठगने का काम किया। 

रमन सिंह के शराब के आरोप पर कहा कि फरवरी 2020 में आईटी की रेड पड़ी थी। अब जुलाई 2023 में ईडी ये कह रही है कि 2168 करोड़ का घोटाला हुआ है। एक्साइज डूयटी बिना पटाए शराब पेटियां फैक्ट्री से निकली है। यदि शराब फैक्ट्रियों से बिना एक्साइज ड्यूटी पटाए निकली है, तो सबसे पहले डिस्टलरों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। क्योंकि जिम्मेदारी उनकी थी। जो वहां पदस्थ थे उनकी थी, उन पर तो कार्रवाई हुई नहीं। न उनकी अचल संपत्ति अटैच की, ना उनके बैंक खाते को सीज किया गया और और जब आईटी कार्रवाई करती है, तो बताती है कितना हमने संपत्ति पकड़ा।