महाकुंभ में मृतकों की संख्या 40 के करीब पहुंची…
इम्पेक्ट न्यूज। प्रयागराज।
प्रयागराज महाकुंभ में संगम तट पर मंगलवार-बुधवार की रात करीब डेढ़ बजे भगदड़ मच गई। इस हादसे में अब तक 35-40 लोगों की मौत हो चुकी है। 70 से ज्यादा लोग घायल हैं। मरने वालों की संख्या भी बढ़ सकती है।
मीडिया रिपोर्ट में मेडिकल कॉलेज जहां हादसे में मारे गए लोगों के शव रखे गए थे। यहां आखिरी डेडबॉडी पर 40 नंबर लिखा हुआ था।
इससे पहले मेडिकल कॉलेज में 14 शव पोस्टमॉर्टम के लिए लाए गए थे। फिर मेले से 8-10 एंबुलेंस से कुछ और शवों को लाया गया। इन्हें मिलाकर करीब 20 शव उनके परिजनों को सौंपे जा चुके हैं। वे उन्हें लेकर चले भी गए हैं। प्रयागराज में एंट्री करने वाले 8 पॉइंट- भदोही, चित्रकूट, कौशांबी, फतेहपुर, प्रतापगढ़, जौनपुर, मिर्जापुर बॉर्डर को बंद कर दिया गया है।
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भगदड़ की 2 प्रमुख वजहें
अमृत स्नान की वजह से ज्यादातर पांटून पुल बंद थे। इस कारण संगम पर लाखों की भीड़ इकट्ठा होती चली गई। इस दौरान बैरिकेड्स में फंसकर कुछ लोग गिर गए। यह देखकर भगदड़ मच गई।
संगम नोज पर एंट्री और एग्जिट के रास्ते अलग-अलग नहीं थे।
लोग जिस रास्ते से आ रहे थे, उसी से वापस जा रहे थे। ऐसे में जब भगदड़ मची तो भागने का मौका नहीं मिला। वे एक-दूसरे के ऊपर गिरते गए।
हादसे के बाद 70 से ज्यादा एम्बुलेंस संगम तट पर पहुंचीं। इनसे घायलों और मृतकों को अस्पताल ले जाया गया। हादसे के बाद संगम तट पर NSG कमांडो ने मोर्चा संभाल लिया। संगम नोज इलाके में आम लोगों की एंट्री बंद कर दी गई। भीड़ और न बढ़े, इसलिए प्रयागराज से सटे जिलों में श्रद्धालुओं को रोक दिया गया है। वहां प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है।