Madhya Pradesh

मानवता की सेवा में अग्रणी रहकर क्षेत्र का नाम करें रोशन – उप मुख्यमंत्री शुक्ल

मानवता की सेवा में अग्रणी रहकर क्षेत्र का नाम करें रोशन – उप मुख्यमंत्री शुक्ल

श्यामशाह चिकित्सा महाविद्यालय रीवा में अकादमिक पुरस्कार वितरित किये

 रीवा के श्यामशाह मेडिकल कालेज का गौरवशाली इतिहास रहा है – उप मुख्यमंत्री शुक्ल

भोपाल

उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि रीवा के श्यामशाह मेडिकल कालेज का गौरवशाली इतिहास रहा है। पूर्व में यहां स्नातक चिकित्सा शिक्षा की 60 सीटें थी जो अब 150 हो गई हैं और पीजी की सीट बढ़कर 250 हैं। शीघ्र ही सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में संचालित 6 विभागों के डीएम व एमसीएच के पाठ्यक्रम भी शुरू होंगे। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि पूरी लगन से पढ़ाई करें। मानवता की सेवा में अग्रणी रहकर संस्थान का और क्षेत्र का नाम रोशन करें। उन्होंने विद्यार्थियों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएँ दी। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने श्यामशाह चिकित्सा महाविद्यालय में वर्ष 2024 के अकादमिक पुरस्कारों का वितरण किया।

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि रीवा में हृदय रोग के जटिल ऑपरेशन, किडनी ट्रांसप्लांट सहित उच्च स्तरीय चिकित्सकीय सेवाएँ प्रदाय हो रही है। रीवा को मेडिकल हब बनाने के लिये सभी सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं। अधोसंरचना निर्माण, भवन निर्माण के साथ ही आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता के साथ उत्कृष्ट चिकित्सा सुविधा प्रदान की जायेगी, जिससे यहाँ के लोगों को इलाज के लिये बाहर न जाना पड़े अपितु बाहर से भी लोग इलाज के लिये रीवा आयें।

ग्रामीण चिकित्सा सुविधाओं को सशक्त करके मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य मानकों में बनेगें अग्रणीं

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी जिला अस्पताल जैसी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी साथ ही चिकित्सकों के लिये आवासीय परिसर निर्मित कराये जायेंगे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण चिकित्सा सुविधाओं में वृद्धि करके ही मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाई जा सकती है। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने मध्यप्रदेश व रीवा को स्वास्थ्य के पैरामीटर में अव्वल बनाने में चिकित्सकों, विशेषज्ञों से परामर्श देने की बात कही, जिससे स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि के प्रयास को और मजबूती मिल सके। पुरस्कृत चिकित्सकों व स्टाफ सदस्यों को बधाई दी। डीन मेडिकल कालेज डॉ. सुनील अग्रवाल, अधीक्षक डॉ. राहुल मिश्रा, डॉ. मनोज इंदुलकर, पूर्व डीन डॉ. ए.पी.एस. गहरवार सहित अन्य वरिष्ठ चिकित्सक, चिकित्सा स्टाफ तथा छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।