हम किसी भी कीमत पर यह श्रृंखला जीतना चाहते थे: हरमनप्रीत
अहमदाबाद
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा कि उनकी टीम हाल ही में टी20 विश्व कप में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की महिला एकदिवसीय श्रृंखला ‘किसी भी कीमत पर’ जीतना चाहती थी। भारत यूएई में टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचने में विफल रहा और यहां न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे और अंतिम एकदिवसीय से पहले श्रृंखला 1-1 से बराबर थी।
स्मृति मंधाना (122 गेंदों पर 100 रन) ने तीसरे और अंतिम एकदिवसीय में अपना आठवां शतक बनाया जो इस प्रारूप में किसी भारतीय द्वारा बनाए सबसे अधिक शतक है। हरमनप्रीत ने 59 रन बनाकर नाबाद रहीं जिससे भारत ने छह विकेट से जीत दर्ज की।
हरमनप्रीत ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘यह हमारे लिए महत्वपूर्ण था क्योंकि हम किसी भी कीमत पर यह श्रृंखला जीतना चाहते थे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जैसा कि मैंने सुबह कहा, हमने बहुत सी चीजों पर चर्चा की और वास्तव में खुश हूं कि हम आज इसे अंजाम दे पाए। जब भी हम खेलते हैं तो अपना शत प्रतिशत देना चाहते हैं लेकिन कभी-कभी चीजें आपके हिसाब से नहीं होती हैं।’’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘एक पेशेवर क्रिकेटर के रूप में आपको खुद को आगे बढ़ाते रहना चाहिए और आगे बढ़ते रहना चाहिए। हमने टीम बैठक में इन चीजों पर चर्चा की इसलिए बेहद खुश हूं कि हम पिछले मैच में हार के बाद वापसी कर पाए।’’
कप्तान हरमनप्रीत ने स्मृति की शानदार पारी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, ‘‘स्मृति को श्रेय देना चाहूंगी। वह शुरुआत में संघर्ष कर रही थी लेकिन वह रन बनाने में सफल रही। हमारी साझेदारी से बेहद खुश हूं।’’ उन्होंने कहा कि टीम को दुनिया की सर्वश्रेष्ठ क्षेत्ररक्षण टीम बनने के लिए और अधिक काम करने की जरूरत है।
स्मृति ने कहा कि टी20 विश्व कप में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद टीम के लिए पिछले कुछ हफ्ते काफी मुश्किल भरे रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘शुरुआत में मुझे खुद पर थोड़ा ज़्यादा दबाव डालना पड़ा और आक्रामक होकर खेलने से पहले 10 ओवर तक इंतजार करना पड़ा। मेरे हिसाब से जो कारगर है वह है अधिक मेहनत करना। पहले टीम के लिए कुछ करना चाहिए। जल्दी आउट होने का मतलब है कि मैंने टीम को निराश किया है और यही सोचकर मैं अच्छी नींद नहीं ले पाती।’’
न्यूजीलैंड की कप्तान सोफी डिवाइन ने कहा कि शीर्ष खिलाड़ी अमेलिया केर के चोटिल होने के कारण टीम पर असर पड़ा। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे अपनी खिलाड़ियों पर बहुत गर्व है। अपनी सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी (अमेलिया केर) के चोटिल होने के बाद हमारे पास सिर्फ 12 खिलाड़ी थीं। मुश्किल परिस्थितियों में हमने वाकई अच्छा प्रदर्शन किया इसलिए हमें अपनी टीम पर बहुत गर्व है। हमने वाकई कड़ी टक्कर दी और अब घर लौटने और थोड़ा ब्रेक लेने का समय आ गया है।’’