Madhya Pradesh

बीएचईएल स्पोर्टस कॉम्प्लेक्स का संचालन करेगा खेल विभाग : मंत्री श्री सारंग

भोपाल
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने सोमवार को बीएचईएल स्पोर्टस कॉम्प्लेक्स का निरीक्षण किया। मंत्री श्री सारंग ने कहा कि बीएचईएल स्पोर्टस कॉम्प्लेक्स का संचालन खेल विभाग के माध्यम से हो, इसकी प्राथमिक रूप रेखा तैयार की गई है। इसके लिये केन्द्रीय भारी उद्योग मंत्रालय को प्रस्ताव बनाकर भेजने के निर्देश दिये गये हैं।

कॉम्पलेक्स में लगभग सभी गेम्स
मंत्री श्री सारंग ने कहा कि स्पोर्टस कॉम्प्लेक्स में क्रिकेट, गोल्फ, बालीवॉल, बास्केटबॉल, टेनिस टेबल टेनिस, हॉकी, एथलेटिक्स, कब्बड़ी सहित लगभग सभी खेल हैं। कॉम्प्लेक्स और खेल सुविधाओं के उन्नयन से इसको और बेहतर बनाया जायेगा। यह शहर के बीचों बीच मध्यप्रदेश सहित भोपाल के रहवासियों और खेल प्रेमियों के लिये बड़ी सौगात होगी। इससे बीएचईएल टॉउनशिप के लोगों को तो फायदा मिलेगा ही साथ ही भोपाल के नागरिकों को भी इसका लाभ मिलेगा।

क्रिकेट मैदान के मापदण्ड पूरे
मंत्री श्री सारंग ने कहा कि क्रिकेट स्टेडियम का उन्नयन बीएचईएल स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में होगा, तो क्रिकेट प्रतिभाओं को इसका लाभ मिलेगा। क्रिकेट के लिये मैदान के मापदण्ड पूरे हैं, बाकी स्टैण्ड आदि सुविधाओं का विस्तार करने के लिये फण्ड की व्यवस्था की जायेगी।

स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स का उन्नयन
मंत्री श्री सारंग ने कहा कि स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स का संचालन बीएचईएल के साथ खेल विभाग मिलकर करेगा। इससे कम खर्च में उन्नयन होगा और लोग लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स खेल विभाग के अंतर्गत आ जाये, इसका प्रस्ताव भेजा जा रहा है। इसके लिये सभी अधिकारियों के साथ संयुक्त निरीक्षण किया गया है।

अच्छा खेल परिसर बने, यही प्रयास
मंत्री श्री सारंग ने कहा कि लगभग पौने 200 एकड़ जमीन पर यह कॉम्पलेक्स बना है, इसके रख-रखाव का अभाव है। गोल्फ के लिये भी 33 एकड़ स्थान है। प्राथमिक रूप से लोकल मैनेजमेंट ने इसकी सहमति दी है। इसे जल्द ही खेल विभाग के अंतर्गत लाकर एक अच्छा खेल परिसर बनाया जायेगा, यही प्रयास है।

यह अधिकारी रहे उपस्थित
निरीक्षण के दौरान अपर मुख्य सचिव श्रीमती स्मिता भारद्वाज घाटे, ईडी बीएचईएल श्री एस.एम. रामनाथन, खेल संचालक श्री रवि कुमार गुप्ता, संयुक्त संचालक श्री बी.एस. यादव, कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह सहित जिला प्रशासन और खेल के अन्य अधिकारी मौजूद थे।