‘ईरान के एटमी ठिकानों पर हमला करे इजरायल, बाकी चिंता बाद में…’, बोले ट्रंप
वाशिंगटन
हिज्बुल्ला के समर्थन में ईरान भी इजराइल के जंग में कूद गया है। ईरान अब तक इजराइल पर दो बड़े हमले कर चुका है। एक हमला 13 अप्रैल 2024 को किया था और दूसरा हमला हाल ही में 1 अक्टूबर की रात को किया। इस हमले में ईरान ने इजराइल पर 181 मिसाइलें दागीं। वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजराइल को जवाबी कार्रवाई में संयम बरतने का सलाह दी है। दूसरी ओर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इजराइल को ईरान के परमाणु स्थलों पर हमला करने की सलाह दे रहे हैं।
ईरान के इस कदम से पश्चिम एशिया में तनाव और बढ़ गया है। डोनान्ड ट्रंप ने कहा कि इजराइल को ईरान के मिसाइल हमले के जवाब में उसके परमाणु ठिकाने पर हमला करना चाहिए। न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक, ट्रम्प ने ये बात शुक्रवार को नॉर्थ कैरोलिना में एक चुनावी कैंपेन के दौरान कही।
ट्रंप राष्ट्रपति बाइडेन से पूछे गए एक सवाल का जिक्र कर रहे थे, जिसमें 200 मिसाइलों के हमले के जवाब में इजरायल द्वारा ईरान की एटमी ठिकानों को निशाना बनाने की संभावना के बारे में पूछा गया था. बढ़ते तनाव के बीच, अमेरिकी विदेश विभाग के शीर्ष अधिकारियों ने बताया कि इजरायल ने बाइडेन प्रशासन को इस तरह का कोई आश्वासन नहीं दिया है कि वह ईरान की परमाणु सुविधाओं को निशाना नहीं बनाएगा.
ट्रंप का बाइडेन पर हमला
ट्रंप ने कहा, "उनसे पूछा गया कि आप ईरान के बारे में क्या सोचते हैं? क्या आप ईरान पर हमला करेंगे? और उन्होंने कहा, जब तक वे परमाणु हथियारों पर हमला नहीं करते.. यही वह चीज है जिस पर आप हमला करना चाहते हैं, है न?
5 नवंबर के अमेरिकी चुनावों के लिए रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ट्रंप ने कहा बाइडेन को इजरायल से ईरान के न्यूक्लियर साइट्स पर हमला करने के लिए कहना चाहिए था और बाकी सब चीजों की चिंता बाद में करनी चाहिए. डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, "अगर वे ऐसा करने जा रहे हैं, तो वे ऐसा करेंगे. लेकिन हम उनकी योजनाओं का पता लगा लेंगे."
बाइडेन ने दिया था ये बयान
78 वर्षीय ट्रंप की यह टिप्पणी राष्ट्रपति बाइडेन के उस बयान के एक दिन बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि मध्य पूर्व में "पूरी तरह से युद्ध" की संभावना नहीं है.
जब उनसे पूछा गया था कि लेबनान और ईरान द्वारा इजरायल को घेरने की कोशिश के कारण मध्य पूर्व में बड़े पैमाने पर युद्ध छिड़ने के बारे में उन्हें कितना भरोसा है, तो बाइडेन ने कहा, "आपको कितना भरोसा है कि बारिश नहीं होगी? देखिए, मुझे नहीं लगता कि पूरी तरह से युद्ध होने वाला है. मुझे लगता है कि हम इसे टाल सकते हैं."
जब उनसे पूछा गया कि क्या वे इजरायल की मदद के लिए अमेरिकी सेना भेजेंगे, तो उन्होंने जवाब दिया: "हमने पहले ही इजरायल की मदद की है. हम इजरायल की रक्षा करने जा रहे हैं."
बाइडन को ट्रंप ने बताया गलत
ट्रंप ने आगे कहा कि मुझे लगता है कि बाइडेन गलत हैं। हमारे लिए सबसे बड़ा खतरा परमाणु हथियार हैं। उनके पास परमाणु हथियार जरूर होंगे जो हमारे लिए दिक्कतें पैदा करेंगी। ट्रंप ने कहा, जब उनसे ये सवाल पूछा गया तो उनका जवाब होना चाहिए था कि पहले वहां यानी ईरान के परमाणु ठिकानों पर बम गिराओ और बाकी चीजों की चिंता बाद में करो।
बाइडन ने क्या कहा था
ईरान ने इजराइल पर हमला इस राष्ट्रपति जो बाइडन से सवाल पूछे जाने पर बाइडन ने कहा कि वह इजराइल के साथ हैं। क्या इजराइल जवाबी कार्रवाई में ईरान के एटमी ठिकानों पर हमला करेगा। इस पर बाइडन ने कहा कि इजराइल ये कदम अस्वीकार्य होगा। साथ ही उन्होंने इजराइल को ईरान के जवाब में हमला करने पर संयम बरतने की सलाह दी थी। वहीं ट्रंप बाइडन के एकदम विपरीत इजराइल को समर्थन में सलाह दे रहे हैं।