Madhya Pradesh

दिव्यांगजन उपकरण के चिन्हांकन एवं मेडिकल बोर्ड प्रमाण पत्र के लिए विकासखंडवार शिविर आयोजित

सीधी

कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी के निर्देशन और अपर कलेक्टर एवं उपसंचालक सामाजिक न्याय राजेश शाही के मार्गदर्शन में जिले के सभी जनपदों में दिव्यांगजन उपकरण हेतु चिन्हांकन और मेडिकल बोर्ड प्रमाण पत्र (यूडीआईडी कार्ड) तैयार करने के लिए 5 दिवसीय शिविरों का आयोजन किया गया। इन शिविरों का उद्देश्य दिव्यांग व्यक्तियों को सहायक उपकरण प्रदान करने के लिए चिन्हांकन करना और जिनके पास यूडीआईडी कार्ड नहीं थे, उनके प्रमाण पत्र मेडिकल बोर्ड द्वारा तैयार करना था।

   जनपद पंचायत सिहावल में 31 दिव्यांगजनों का उपकरण हेतु चिन्हांकन किया गया तथा 46 व्यक्तियों के मेडिकल बोर्ड (यूडीआईडी कार्ड) प्रमाण पत्र बने। जनपद पंचायत रामपुर नैकिन में उपकरण हेतु चिन्हांकन 80 तथा 59 दिव्यांगजन मेडिकल बोर्ड प्रमाण पत्र बने, जनपद पंचायत मझौली में उपकरण हेतु चिन्हांकन 40 तथा 73 दिव्यांगजन मेडिकल बोर्ड प्रमाण पत्र बने, जनपद पंचायत कुसमी में उपकरण हेतु चिन्हांकन 17 तथा 60 दिव्यांगजन मेडिकल बोर्ड प्रमाण पत्र बने, जनपद पंचायत सीधी में उपकरण हेतु चिन्हांकन 114 तथा 46 दिव्यांगजन मेडिकल बोर्ड प्रमाण पत्र बने।

  इस शिविर में दिव्यांग पुनर्वास केंद्र के सीनियर फिजियोथेरेपिस्ट डॉ दीपक त्रिपाठी व पुनर्वास विशेषज्ञ विशेष शिक्षक शिवांसु शुक्ला द्वारा दिव्यांगजन को उनके मेडिकल प्रमाण पत्र और उपकरण चिन्हांकन हेतु महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया गया। इनके समर्पण ने शिविर को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। शिविर के आयोजन के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं और सहयोग प्रदान किया, जिससे दिव्यांग जनों को समय पर सभी सुविधाएं मिल सकीं। इसके साथ ही, मेडिकल बोर्ड के चिकित्सकों डॉ. अरविंद सोनी, डॉ. लक्ष्मण पटेल, डॉ. प्रियंका मँडराह, डॉ. अविनाश जान धुर्वे, डॉ. हिमेश पाठक, डॉ. रवि शंकर पटेल और ऑडियोलॉजिस्ट अलिसा नाज ने भी इस शिविर में सक्रिय भागीदारी निभाई। इन सभी चिकित्सकों के सहयोग से मेडिकल प्रमाण पत्र तैयार करने की प्रक्रिया सुगम हुई। इसके अतिरिक्त, समस्त जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों एवं समग्र सामजिक सुरक्षा विस्तार अधिकारी सूरज सिंह, प्रदीप द्विवेदी, जयराज सिंह, नारायण बैगा, प्रीती वर्मा ने दिव्यांग जनों को शिविर तक लाने और ले जाने, साथ ही शिविर आयोजन व्यवस्था सुनिश्चित करने में भी सहयोग प्रदान किया, ताकि शिविर सफलतापूर्वक संचालित हो सके। जिन दिव्यांगजनों के प्रमाण पत्रों की जांच की आवश्यकता थी उन्हें सिविल सर्जन डॉ. दीपारानी इसरानी के निर्देशानुसार, मंगलवार और गुरुवार को मेडिकल बोर्ड में उपस्थित होकर जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं।