Madhya Pradesh

पशु पालन विभाग 21वीं पशु गणना 2024 हेतु राज्य स्तरीय कार्यशाला संपन्न

भोपाल
21वीं पशु गणना भारत सरकार से प्राप्त निर्देश अनुसार मध्य प्रदेश के 55 जिलों के एक करोड़ 80 लाख परिवार में घर घर जाकर की जानी है जिसके अंतर्गत ग्राम में 5264 ग्रामों एवं सुपरवाइजर 728 शहरी वार्ड के रहवासी तक पशु पालन विभाग के द्वारा संपर्क अभियान चलाया जाना है I पशु गणना हेतु सुपरवाइजर के लिए VAS पशु चिकित्सा सहायक शल्यग चिकित्सा विस्तार अधिकारी कार्यरत रहेंगे जो गांव के लिए सुपरवाइजर या मूल्यांकन स्तर पर करेंगे मध्य प्रदेश में कुल 970 सुपरवाइजर्स कार्यरत रहेंगे जिसमें ग्रामीण 828 एवं शहरी 142 सुपरवाइजर काम करेंगे प्रगणक हेतु प्रत्येक 3000 परिवार पर 1 प्रगणक निर्धारित है विभागीय पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी AVFO आवश्यकता अनुसार गौ सेवक गोमैत्री एवं पशु सखी कार्यरत रहेंगे मध्य प्रदेश में कुल 5558 प्रकरण निश्चित है जिसमें ग्रामीण स्तर पर 4141 एवं शहरी 1417  निर्धारित किए गए हैं।

अधतन स्तिथि    अब तक प्रदेश के सभी 55 जिलों में introductory cattle census App प्रशिक्षण कार्यक्रम किया जा चुका है सभी जिलों की LG Directory codes mapping sheet तैयार की जाकर कुल 5264 ग्राम और 728 शहरी वार्ड तैयार कर भारत सरकार को भेजी जा चुकी है जिला मुख्यालय स्तर मैदानी स्तर तक सुपरवाइजर एवम प्रग्नाको की ड्यूटी लगाई जा चुकी है पशुपालन एवं डेयरी विभाग की सचिव सुश्री अलका उपाध्याय ने अपने संबोधन में इस कार्यशाला के महत्व बताते हुए कहा कि यह विभाग सटीक और कुशल डेटा संग्रह के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने 21 वीं पशुधन गणना की सफलता सुनिश्चित करने के लिए सभी हितधारकों की सामूहिक जिम्मेदारी पर बल दिया और कहा कि यह पशुपालन क्षेत्र की भविष्य की नीतियों और कार्यक्रमों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने गणना की सफलता सुनिश्चित करने के लिए नवीनतम तकनीकों का लाभ उठाने का आग्रह किया।

कार्यशाला में 21 वीं पशुधन गणना के लिए कार्यप्रणाली और दिशा-निर्देशों पर विस्तृत सत्र, मोबाइल एप्लिकेशन और डैशबोर्ड सॉफ्टवेयर पर प्रशिक्षण और प्रश्नों और चिंताओं के समाधान के लिए चर्चा और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित है। पशु पालन एवम डेयरी विभाग के संचालक डॉ पी एस पटेल ने बतायापशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय के पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने 21वीं पशुधन गणना की तैयारी के लिए मध्य  प्रदेश मे क्रियान्वयन को प्रभावी  तरीके से प्रशासनिक रणनीति बनाने और सशक्त करने के लिए एक व्यापक कार्यशाला आयोजित की जा रही है जिसमे सभी संयुक्त संचालक और उपसंचालक तथा जिला नोडल अधिकारी जिलों से उपस्थित रहेंगे जिसमें आगामी पशु गणना हेतु विस्तृत चर्चा की जानी है।