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शाकिब अल हसन बने सबसे उम्रदराज बांग्लादेशी टेस्ट क्रिकेटर

चेन्नई
भारत और बांग्लादेश के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला रोमांचक नजर आ रहा है। दोनों ही टीमों के गेंदबाजों को पिच से खूब मदद मिल रही है, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने भी दमखम दिखाया और मैच में पकड़ मजबूत रखी। इस बीच शाकिब अल हसन के नाम एक खास रिकॉर्ड दर्ज हुआ। शनिवार को बांग्लादेश क्रिकेट इतिहास में अनुभवी ऑलराउंडर शाकिब अल हसन ने अपना नाम दर्ज करा लिया। वह टेस्ट मैच खेलने वाले अपने देश के सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गए। 37 वर्ष और 181 दिन की उम्र में शाकिब चेन्नई में भारत के खिलाफ बांग्लादेश के पहले टेस्ट के तीसरे दिन मैदान पर उतरे और उन्होंने बाएं हाथ के स्पिनर मोहम्मद रफीक का पिछला रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 2008 में आखिरी बार 37 वर्ष और 180 दिन की उम्र में टेस्ट मैच खेला था।

एक दशक से भी ज्यादा समय से बांग्लादेश क्रिकेट में अहम भूमिका निभाने वाले शाकिब ने इस नई उपलब्धि के साथ अपने शानदार करियर को और भी आगे बढ़ाया है। खेल के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडरों में से एक माने जाने वाले शाकिब काफी समय से खेल रहे हैं और टीम के लिए उनके योगदान ने क्रिकेट जगत पर बड़ी छाप छोड़ी है। जबकि शाकिब की उपलब्धि महत्वपूर्ण है, सबसे उम्रदराज टेस्ट क्रिकेटर का विश्व रिकॉर्ड इंग्लैंड के विल्फ्रेड रोड्स के नाम है, जिन्होंने 1930 में 52 वर्ष और 165 दिन की उम्र में अपना अंतिम टेस्ट खेला था।

रोड्स का रिकॉर्ड, साथ ही उनका उल्लेखनीय 30 साल का टेस्ट करियर, क्रिकेट की सबसे लंबे समय तक चलने वाली उपलब्धियों में से एक है। हालांकि, मैदान पर बांग्लादेश ने खुद को एक मजबूत भारतीय टीम के खिलाफ मुश्किल स्थिति में पाया। शुभमन गिल ने तीसरे दिन अपना सातवां टेस्ट अर्धशतक बनाया और ऋषभ पंत अपने 12वें अर्धशतक की ओर बढ़ रहे थे, जिससे भारत एक मजबूत स्थिति में है।

इससे पहले दूसरे दिन भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने बांग्लादेश की बल्लेबाजी लाइनअप पर कहर बरपाया और 50 रन देकर 4 विकेट चटकाए, जिससे मेहमान टीम पहली पारी में मात्र 149 रन पर ढेर हो गई। शाकिब (32) और विकेटकीपर-बल्लेबाज लिटन दास (22) जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के प्रयासों के बावजूद बांग्लादेश भारत के पहले पारी के मजबूत स्कोर का अच्छा जवाब देने में संघर्ष करता रहा।