दल से अलग हुए दंतैल ने उजाड़े दो पहाड़ी कोरवाओं के मकान
शपुरनगर
घटना जिले के कुनकुरी ब्लाक के रंगपुर थाना क्षेत्र का है। गांव में सोमवार और मंगलवार की मध्य रात को दल से अलग हो कर घूम रहे दंतैल ने धावा बोला। धान खाने के चक्कर में दंतैल ने सबसे पहले गांव के कोटवार बुधराम के कच्चे मकान की दीवार को क्षतिग्रस्त किया। इसके बाद पास में ही स्थित नरेश राम के घर में धावा बोला। दीवार गिरने की आवाज सुनकर ग्रामीणों ने एकजुट हो कर दंतैल को जंगल की ओर खदेड़ा। लेकिन कुछ ही देर में दंतैल दोबारा गांव में आ गया और नरेश राम के घर को निशाना बनाया। घटना में पहाड़ी कोरवा नरेश राम का कच्चा मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। घर को बचाने के लिए नरेश राम ने अंदर जा कर उसे खदेड़ने का प्रयास किया,लेकिन मलबा गिरने से वह मामूली रूप से घायल हो गया।
बादलखोल अभ्यारण्य क्षेत्र नाराणपुर के गेम रेंजर बुधेश्वर साय ने बताया कि घरों को नुकसान पहुंचाने वाला दंतैल बीते दिनों तपकरा वन परिक्षेत्र के रांपाडांड़ में दो सगे भाइयों और कुनकुरी वनपरिक्षेत्र के डुमरडांड़ में एक ग्रामीण को कुचल कर मार डाला था। वन विभाग के अनुसार दल से अलग होने के कारण यह हाथी बेहद आक्रामक है। अकेलेपन के कारण यह जन और संपत्ति को अधिक नुकसान पहुंचा है। बीते दो दिनों यह दंतैल बादलखोल अभ्यारण्य क्षेत्र में विचरण कर रहा है। गेम रेंजर साय का कहना है कि इस हाथी की हलचल पर नजर रखी जा रही है। इसके हलचल की सूचना प्रभावित गांव के रहवासियों को देकर सावधानी बरतने की अपील की जा रही है।
वन विभाग ने दिए सुझाव
इस बीच वन विभाग ने हाथी प्रभावित क्षेत्र के रहवासियों की सुरक्षा के लिए एडवाइजरी (सलाह) जारी किया है। डीएफओ जितेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि प्रभावित क्षेत्र के रहवासियों को रात में कच्चे मकान की जगह गांव के किसी सरकारी पक्के भवन में सोने,घर में धान, कटहर, महुआ और शराब ना रखने, धान की बोरियां रखे हुए कमरे में ना सोने, रात के समय घर से बाहर ना निकलने, अचानक हाथी से सामना हो जाने पर उस पर टार्च की रोशनी ना डालने की सलाह दी गई है।